जल जीवन मिशन के अंतर्गत हरौलीपुर एवं पट्योरा डांडा ग्राम समूह पेयजल योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी श्री राहुल पाण्डेय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि हरौलीपुर एवं पट्योरा डाडा ग्राम समूह पेयजल योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न कंपोनेंट में शेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण कर इसके समयबद्ध ढंग से संचालन सुनिश्चित कराया जाए। पाइपलाइन डालने के पश्चात टेस्टिंग कार्य पूर्ण हो जाने के पश्चात क्षतिग्रस्त सड़कों का समय से पुनर्निर्माण किया जाए। क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निर्माण हो जाने के पश्चात हर घर जल प्रमाणन का कार्य तेजी के साथ किया जाए। सभी संबंधित गाँवो में शत प्रतिशत डोर टू डोर पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं। जिन गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी कार्य पूर्ण हो गए हैं वहां पर रोस्टर के अनुसार पेयजल सप्लाई की जाए।
जिलाधिकारी ने आगे कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों के सुचारू ढंग से संपादन हेतु पर्याप्त मैन पावर की व्यवस्था रखी जाए। योजना के अंतर्गत सभी कार्य निर्धारित मानक के अनुसार पूर्ण किए जाएं। आईएसए के अंतर्गत जल जीवन मिशन के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए तथा जल संरक्षण के बारे में प्रोत्साहित किया जाए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को अवशेष कार्य को पूर्ण कर जल्द से जल्द पेयजल की सप्लाई का लाभ ग्रामीणों को दिलाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने पाइप पेयजल योजना के अन्तर्गत खुदी हुई सड़के छोड़ने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए,कहा कि किसी भी दशा में खुदी हुई सड़के न छोड़ी जाए, उनको तत्काल दुरूस्त कराया जाए, ताकि आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत खोदी गयी सड़को के कारण आम नागरिकों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
साथ ही जिलाधिकारी ने संबंधित ठेकेदारों को कड़ी चेतावनी देते कहा कि अगर कोई ठेकेदार द्वारा खोदी गयी सड़क के कारण चुनाव प्रभावित होता है तों संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत विभिन्न कार्यों को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किया जाए । इस कार्य में शिथिलता बरतने वाली कार्यदायी संस्थाओं पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात हो कि पट्योरा डांडा पेयजल योजना के तहत 148 गांव तथा हरौलीपुर पेयजल योजना से कुल 207 गांव को हर घर नल से जल प्राप्त होगा। इस दौरान एडीएम नमामि गंगे सुरेश कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम संदेश तोमर, कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि, ठेकेदार सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।