श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ : श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ में एएसआई का महिला से अभद्रता का मामला सामने आया है। महिला से अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में महिला हाथ जोड़े हुए पुलिस की गाड़ी सामने खड़ी है। इस बीच एएसआई गाड़ी में से उतरता है और महिला को हाथ से धक्का देकर गिरा देता है। इसके बाद महिला जमीन पर लेट जाती है।
महिला के पति के खिलाफ दर्ज करवाई थी रिपोर्ट
पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वर लाल ने बताया कि एक सप्ताह पहले सोहनलाल ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट के अनुसार शीशपाल नाम के एक व्यक्ति ने उसे कुपली रोड़ पर स्थित ईंट भट्टे पर मजूदरी करने के लिए लगाया था। सोहनलाल के अनुसार मजदूरी के बकाया ढ़ाई लाख रुपए शीशपाल ने अटका रखे थे। मामले में एएसआई रामसिंह अपनी टीम के साथ ईंट भट्टे पर शीशपाल से पूछताछ के लिए आई थी।
महिला से अभद्रता का वीडियो आया सामने
शीशपाल से पूछताछ करने गई पुलिस टीम का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में शीशपाल की पत्नी ASI के सामने हाथ जोड़े दिख रही है। वह पति को गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाने का कारण पूछती है।
तब ASI ने गाड़ी से उतरकर महिला को धक्का मारकर नीचे गिरा दिया। महिला जमीन से नहीं उठी तो दूसरे पुलिसकर्मी ने मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। इस दौरान हंगामा हुआ।
राजस्थान पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ यह अमानवीय व्यवहार पूरे प्रदेश को शर्मशार करने वाला है। अनूपगढ़ में महिला से अभद्रता करने वाले ASI लाइन हाजिर, केंद्रीय मंत्री बोले- ‘रक्षक ही भक्षक बन गए हैं’https://t.co/biqOQlQU0C pic.twitter.com/xtl74vPRbf
— जनमानस शेखावाटी (@Jan_Shekhawati) June 27, 2023
मामला सामने आने के बाद एएसआई को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं मामले की जांच एएसपी बनवारी लाल मीणा को सौंपी गई।
महिला ने सांसद से की ASI की शिकायत
घड़साना में सोमवार को आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल की सभा थी। इस दौरान महिला ने बेनीवाल को अपनी पीड़ा बताई। इस पर सांसद ने बीकानेर आईजी ओमप्रकाश से बात की। आईजी ने सोमवार देर रात ASI को लाइन हाजिर कर दिया गया।
केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने साधा निशाना
मामले के सामने आने के बाद बीकानेर सांसद और केंद्रीय कानून राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ यह अमानवीय व्यवहार पूरे प्रदेश को शर्मशार करने वाला है। कांग्रेस के कुशासन में रक्षक ही भक्षक बन गए हैं। गहलोत जी जब आपसे सत्ता संभाली नहीं जाती तो इस्तीफा क्यूं नहीं दे देते? आखिर, कब तक इस वीर भूमि को कलंकित करने का कुकर्म करते रहेंगे?