झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी कस्बे के मुख्य बाजार स्थित जानकी वल्लभ अधर मंदिर में मंगलवार को तीन दिवसीय नानी बाई रो मायरो कथा का शुभारंभ किया गया। भामाशाह जगदीश गुप्ता की मुख्य यजमानी में कथा का मंत्रोच्चारण कर आयोजन किया गया। कथा के शुभारंभ से पहले महिलाओं की ओर से कस्बे में कलश यात्रा निकाली गई। अधर मंदिर से शुरू हुई कलश यात्रा कस्बे के मुख्य बाजार, चूना चौक, श्याम मंदिर, अजीत अस्पताल, एसडीएम कोर्ट, मुख्य बस स्टैंड, हनुमानगढ़ी होते हुए वापस मंदिर प्रांगण में पहुंची। महिलाओं की ओर से निकाली गई कलश यात्रा पर ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
कथावाचक ममता दाधिच, अनिता दाधिच के सानिध्य में कथा का शुभारंभ किया गया, जिसमे प्रथम दिन नरसी जन्मोत्सव के प्रसंगों का व्याख्यान किया गया। कथावाचक ममता दाधिच ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि कथा सुनने मात्र से ही मनुष्य का मन पवित्र हो जाता है। प्रत्येक व्यक्ति को धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर मन को शुद्ध करना चाहिए। हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को गौ माता की सेवा करने से पुण्य को हासिल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गौ सेवा सबसे बड़ा धर्म माना गया है। शास्त्रों के अनुसार गाय का दान करना भी मनुष्य जीवन में अति महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को जीव जंतुओं की रक्षा के लिए आगे आकर कार्य करने चाहिए। मनुष्य की पवित्र आत्मा एवं धार्मिक अनुष्ठानों से भगवान की दृष्टि को पाया जा सकता है। मनुष्य को अपने जीवन में शुद्ध एवं सहकारी होना चाहिए, ताकि ईश्वर अपनी कृपा अपने भक्तों पर बनाकर रख सकें। हिंदू धर्म में देवी-दवताओं पूजन मात्र से ही दया दृष्टि को हासिल किया जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान नरसी जी की संजीव झांकियां सजाई गई। इस मौके पर बुधराम गुप्ता, श्यामलाल, महेश कुमार, ललीत शर्मा, शुभम, लक्ष्मीकांत जोशी, महेंद्र गौड़, आदित्य, दिनेश, सुधीर गुप्ता, नरेश चौधरी, पवन सैनी, प्रभा मिश्रा, गीता देवी, सुनिता सेन, बबीता गुप्ता, लक्ष्मी देवी, अलका गुप्ता, अनिता शर्मा, सुमित्रा देवी, सुनीता देवी सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।