झुंझुनूं-खेतड़ी : विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर एक बड़ी सौगात:बांसियाल में 5 जून से जंगल सफारी, खुली जिप्सी में बैठ देख सकेंगे पैंथर

झुंझुनूं-खेतड़ी : विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर एक बड़ी सौगात झुंझुनूं को मिलने वाली है। वन विभाग 5 जून से जिले के बांसियाल खेतड़ी कंजर्वेशन रिजर्व में जंगल सफारी शुरू करने जा रहा है। गौरतलब है कि 7018 हैक्टेयर में फैले बांसियाल (खेतड़ी) वन क्षेत्र को 2017 में कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया था। इसके बाद से यहां पैंथर लाकर छोड़े जाने लगे। पहाड़ी और घना जंगल होने से यह इलाका पैंथर को रास आ गया और इनका कुनबा बढ़ने लगा।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में यहां करीब 15 पैंथर हैं। इनके अलावा यहां 42 जरख, 910 सियार, 97 जंगली बिल्ली, 11 मरू बिल्ली, चिंकारा, नील गाय, लोमड़ी, सेही, खरगोश सहित विभिन्न प्रजातियों के पक्षी यहां देखने को मिलेंगे। इससे पहले जैव विविधता दिवस पर 22 मई को बीड़ झुंझुनूं कंजर्वेशन रिजर्व में जंगल सफारी की शुरुआत हो चुकी है। बांसियाल में सफारी शुरू होने के बाद झुंझुनूं आने वाले देशी-विदेशी सैलानी काले हिरण, चिंकारा के साथ ही रणथंभौर की तर्ज पर खुली जिप्सी में पैंथर सफारी का भी आनंद ले सकेंगे।

खेतड़ी के बांसियाल में 7018 हैक्टेयर वन क्षेत्र को 2017 में घोषित किया गया था कंजर्वेशन रिजर्व

बांसियाल खेतड़ी कंजर्वेशन रिजर्व में सफारी की दर निर्धारित कर दी गई है। उप वन संरक्षक राजेंद्र कुमार हुड्‌डा ने बताया कि स्टूडेंट्स पर्यटकों के लिए टिकट दर 525 रुपए, देशी पर्यटकों के लिए 605 रुपए एवं विदेशी पर्यटकों के लिए 975 रुपए निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि टिकट काउंटर की व्यवस्था ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों ही तरह से रहेगी। पर्यटक वन विभाग की वेबसाइट fmdss.forest.rajasth an.gov.in पर सफारी के लिए ऑनलाइन टिकट बुक करवा सकेंगे। इसके लिए जल्दी ही वेबसाइट पर बांसियाल खेतड़ी कंजर्वेशन रिजर्व सफारी का लिंक उपलब्ध हो जाएगा।

बांसियाल को पैंथर सफारी के रूप में कर रहे विकसित :
बांसियाल खेतड़ी कंजर्वेशन रिजर्व को ईकोटूरिज्म के तहत पैंथर सफारी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस वनखंड के दोनों और बिस्सा वन क्षेत्र और बागोर कंजर्वेशन रिजर्व को मिलाकर करीब 14 हजार हैक्टेयर वन क्षेत्र को भी विकसित किया जाएगा। – राजेंद्र कुमार हुड्‌डा, उप वन संरक्षक झुंझुनूं

पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा :
^दिल्ली से बीकानेर जाने वाले पर्यटक रास्ते में रुककर यहां पैंथर, चिंकारा आदि वन्यजीव देख सकेंगे। पैंथर सफारी के लिए उन्हें रणथंभौर जाने की जरूरत नहीं रह जाएगी। इससे पर्यटन क्षेत्र का तो विकास होगा ही स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। – देवेंद्र चौधरी, सहायक निदेशक पर्यटन विभाग झुंझुनूं

सुबह-शाम तीन-तीन घंटे कर सकेंगे सफारी : पर्यटकों को सुबह व शाम को तीन-तीन घंटे खुली जिप्सी में सफारी कराई जाएगी। फिलहाल दो पर्यटक वाहनों (जिप्सी) की व्यवस्था रहेगी। सफारी का समय 1 अप्रैल से 30 जून तक सुबह 6 से 9 बजे तक तथा शाम को 4 से 7 बजे तक रहेगा। इसी तरह 1 अक्टूबर से 31 जनवरी तक सुबह 7 से 10 बजे तक तथा शाम को 3 से 6 बजे तक और 1 फरवरी से 31 मार्च तक सुबह 6:30 से 9:30 बजे तक तथा शाम को 3:30 से 6:30 बजे तक रहेगा। एक जुलाई से 30 सितंबर तक सफारी बंद रहेगी।

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