झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी नगर थाना क्षेत्र के खरकड़ा में दो दिन पहले हुए महिपाल मेघवाल हत्याकांड को लेकर चल रहा धरना प्रदर्शन शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। दोपहर को धरने में बैठे मृतक के छोटे बेटे रोहित की तबीयत खराब हो गई, जिसको के खेतड़ी के राजकीय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया गया है। इधर प्रशासन की ओर से समझौता वार्ता को लेकर कोई पहल नहीं होने पर ग्रामीणों में विरोध पनप रहा है और ग्रामीण उग्र आंदोलन की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
महिपाल मेघवाल हत्याकांड को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार सुबह मुख्यमंत्री के ओएसडी से भी मिला, जिसमें हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने और मामले में जल्द न्याय करने की मांग की गई, जिस पर मुख्यमंत्री ओएसडी देवाराम ने जल्द ही बेहतर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। राजकीय अजीत अस्पताल के सामने चल रहे धरना प्रदर्शन में देर शाम को पूर्व इनकम टैक्स कमिश्नर केसी घुमरिया भी पहुंचे, जहां उन्होंने डीजीपी उमेश मिश्रा से वार्ता कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।
इस दौरान उन्होंने धरने पर बैठे ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि खेतड़ी क्षेत्र में कुछ असामाजिक लोग गुंडागर्दी फैलाने का काम कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नाकामी की वजह से क्षेत्र में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। क्षेत्र में कानून का राज स्थापित करने को लेकर डिजायर सिस्टम से होने वाली ट्रांसफर पॉलिसी को बंद करना चाहिए, ताकि अनुभवी एवं बेहतर अधिकारी स्थापित होने से क्षेत्र में कानून का राज कायम हो पाएगा।
धरने पर बैठे ग्रामीणों की ओर से की जा रही नौ सूत्री मांगों पर सहमति नहीं बनने के कारण पिछले तीन दिन से मृतक महिपाल मेघवाल का शव अजीत अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा हुआ है और ग्रामीण मांगे नहीं माने जाने तक अंतिम संस्कार नहीं करने की मांग पर अड़े हुए हैं। इसके अलावा थानाधिकारी बनवारी लाल यादव ने मामले में शामिल एक नाबालिग को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने की जानकारी दी तो ग्रामीणों ने उनकी सभी मांगों नहीं माने जाने तक अनिश्चित काल के लिए धरना जारी रखने का ऐलान किया है।
इस मौके पर बसपा नेता मनोज कुमार घुमरिया, मेघवाल महासभा अध्यक्ष इंद्राज सिंह, सुरेंद्र सिंह फौजी, बलवीर मीणा, महावीर प्रसाद तोगड़िया, श्रवणदत नारनौलिया, पूर्व सरपंच महेंद्र सिंह लूनिया, मुकेश कुमार, सहीराम तुंदवाल, गोकुलचंद मेहरड़ा, सज्जन सिंह चुड़ी, बलवीर काला, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निरंजन सैनी, विष्णु नायक, संजय सैनी सहित अनेक लोग मौजूद थे।