झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : गुढा बचाओ संघर्ष समिति की ओर से खींवासर व छऊ में भी होगी विरोध सभा
नीमकाथाना को जिला बनाने की घोषणा के बाद से ही गुढ़ागौड़जी के आसपास के गांवों के लोग आंदोलन कर रहे हैं। तहसील के पास भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व सरपंच रामावतार धींवा के स्वास्थ्य में पांचवें दिन शनिवार को हल्की गिरावट आई। पांचवें दिन कई गांवों से आये लोगों ने सांकेतिक धरना दिया। सिंगनौर पंचायत के लोगों ने युवा नेता सुनील धींवा के नेतृत्व में सांकेतिक धरना दिया।
धींवा ने बताया कि रघुनाथपुरा गिरदावर मंडल को गुढागौड़जी तहसील से जोड़ने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच नीमकाथाना जिले का गठन कर दिया। जिसमें 50 से अधिक गांवों के साथ अन्याय कर दिया। इन गांवों का झुंझुनूं से सीधा जुड़ाव है। हम लोग नीमकाथाना जिले में नहीं जाना चाहते। कैप्टन सीताराम धींवा, चुन्नीलाल धींवा, सतीश मूंड, अमित मूंड, घनश्याम जाखड़, अंकित जाखड़, अमित,जाखड़, हंसराज जाखड़, विकास कुल्हरी, कैप्टन रामस्वरूप ढाका, सूबेदार कन्हैयालाल आदि ग्रामीण शामिल हुए।
इधर पोसाना गांव के ग्रामीण व पूर्व सैनिक भी धींवा के समर्थन में आये। सूबेदार नंददेवसिंह, प्रवीण मेचू पोसाना, अंकेश पोसाना, अध्यक्ष कैप्टन सीताराम धींवा, सूबेदार उमेद सिंह पोसाना, सूबेदार कन्हैयालाल ढेवा, सांवरमल खैरवा, रहीश बोयल आदि ने सांकेतिक धरना दिया। यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रत्याशी सुधींद्र मूंड व संदीप सैनी ने भी समर्थकों के साथ धरना दिया।
गुमराह न करें : मूंड : आममरन अनशन पर सांकेतिक धरने में शामिल हुए यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रत्याशी सुधींद्र मुंड ने कहा कि इस मामले को लेकर कई लोग राजनीति करने की कोशिश में लगे हैं।
उदयपुरवाटी को जिला बनाने का दम भरने वाले अब चुप हैं। आंदोलन को शान्त करने की बदनीयती से झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं। आज गुढा से लेकर बड़ागांव तक के लोग उतनी ही तकलीफ महसूस कर रहे है, जितनी नीमकाथाना की जड़ में बसे हुए सराय-सुरपुरा के लोग झुंझुनूं मुख्यालय पहुंचने में महसूस करते थे। मूंड ने कहा कि यहां के राजस्व गांवों को झुंझुनूं जिला मुख्यालय में ही शामिल रखने की लड़ाई में वे साथ खड़े हैं।
अब चिंता का समय : भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व सरपंच रामावतार धींवा का लगातार चेकअप कर रहे डॉक्टर भारत भूषण का कहना है कि ब्लड शुगर व बीपी हल्का डाउन है। लेकिन ऐसे ही बिना खाये रहे तो हालात बिगड़ सकते हैं। खाना खाए बिना, शरीर में सभी विटामिंस और पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। ब्लड लेवल भी कम होने लग जाएगा। इसके बाद कमजोरी, बेसुध होना, चक्कर आना, अचानक से ब्लड प्रेशर गिरना, हाथ और पैरों का कांपना, सिरदर्द, हार्ट रेट कम होना, पेट दर्द जैसी शिकायत सामने आएंगी।
आज रखी गई है मीटिंग : आंदोलन को लेकर बनाई गई नई कार्यकारिणी की मीटिंग रविवार को 1 बजे अभिनंदन मैरिज गार्डन में रखी गई है। संयोजक विद्याधर ओलखा ने बताया कि मीटिंग में कार्यकारिणी से जुड़े लोग व प्रभावित गांवों के मौजिज लोग शामिल होंगे।
खींवासर-छऊ में सभा आज : गुढा बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में रविवार को खिवासर व छऊ में विरोध सभा होगी। समिति के संयोजक कुरड़ाराम जाखड़ व सदस्य सुनील खेदड़ ने बताया कि 11 बजे खिवासर व 12 बजे छऊ में विरोध सभा होगी।
नीमकाथाना में शामिल नहीं होने के लिए किया जनसंपर्क
जसरापुर| नीमकाथाना जिले में शामिल नहीं होने के लिए 2 अप्रैल को चारावास में होने वाली विरोध सभा के लिए संघर्ष समिति ने आज देवता, तातीजा, जसरापुर में जनसंपर्क किया। लोगों ने कहा कि हम किसी भी सूरत में नीमकाथाना जिला में नहीं जाएंगे हम झुंझुनूं जिले में ही रहना चाहते हैं। 2 अप्रैल को अधिक से अधिक संख्या में चारावास में विरोध सभा में भाग लेंगे। उग्र आंदोलन करना पड़ा तो वह भी करेंगे लेकिन नीमकाथाना जिले में शामिल नहीं होंगे। संघर्ष समिति में अखिल भारतीय किसान महासभा राष्ट्रीय सचिव रामचंद्र कुलहरी, अखिल भारतीय किसान महासभा जिला उपाध्यक्ष इंद्राज चारावास, कैप्टन पृथ्वी सिंह शेखावत, कप्तान भंवर सिंह शेखावत, चंदगीराम ढाका, इंकलाबी नौजवान सभा जिला संयोजक रविंद्र पायल आदि ने जनसंपर्क किया।
इंद्रपुरा ग्राम पंचायत के मुख्य चौक में ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने झुंझुनूं जिले में ही रहने की मांग की है। ग्रामीणों की ओर से सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से नीमकाथाना में शामिल नहीं होने और झुंझुनूं जिले में ही रहने की मांग की है। इस दौरान सिंभू राम ओलखा, दीपेंद्र सिंह इंद्रपुरा, लालसिंह, विक्रम, हरिसिंह स्वामी, ओमजी सैन, गोपाल महाराज सहित कई लोग मौजूद रहे।