जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : विश्व क्षय दिवस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार डांगी ने कहा कि जिले में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बढ़ती सामुदायिक भागीदारी के बल पर झुंझुनूं जिला टीबी उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। जिसके लिए वर्तमान में जिस गति से स्वास्थ्य विभाग काम कर रहा है, जिसके आधार पर झुंझुनूं जिला निश्चित रूप से 2025 तक टीबी मुक्त जिला घोषित होगा। डॉ. डांगी ने कहा कि जिले की अभी भी प्रदेश स्तर की टीबी संक्रमण दर के मुकाबले हमारे जिले में 25 मरीज प्रति लाख जनसंख्या में कम निकल रहे है, अगर इसी गति से जिले में आगामी दो वर्ष कार्य हुआ तो निश्चित रूप हमारे जिले में प्रति लाख 42 रोगी या इससे भी कम पहुंचने की संभावना है, इसी आधार पर हमारा जिला टीबी मुक्त जिलों में अग्रणी स्थान पर होगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजयसिंह ने बताया कि टीबी उन्मूलन के लिए संभावित रोगियों की जांच होना एक अहम बात है। जिसके लिए जिले के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी के आधार पर संभावित टीबी रोगियों की जांच करने का लक्ष्य दिया है, जिसके आधार पर वर्तमान में झुंझुनूं जिले की दर प्रति लाख 1524 है। जिसे आगामी वर्ष में ओर अधिक बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। साथ ही जिले में पहले गंभीर टीबी की जांच की सुविधा (सीबीनाट मशीन) केवल जिला मुख्यालय पर ही थी, लेकिन अब यह सुविधा प्रत्येक ब्लॉक में आगामी एक माह में शुरू हो जाएंगी। जिसके आधार पर संभावित व नोटिफाई टीबी रोगियों को फायदा होने के साथ-साथ जिले की टीबी जांच दर भी निश्चित रूप से बढग़ी। इसी के साथ जिला क्षय रोग अधिकारी ने सभी से आह्वान किया कि कार्यक्रम की सफलता के लिए व्यापक जनभागीदारी की आवश्यकता है, जिसके लिए समाज के सभी वर्ग आगे आएं और जिले में क्षय उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग के साथ कंधा से कंधा मिलाकर कार्य करें। इस दौरान जिले को राज्य स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य स्तरीय समारोह में मिले मोमेंटों व प्रशस्ति-पत्र एनटीईपी स्टॉफ ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपे।
इस दौरान चिकित्सा विभाग टीबी शाखा से जिला कार्यक्रम समन्यवक आनंद चौधरी, मोहन चाहर दिनेश कुमार मिश्रा, दिनेश सिंह, रविंद्रसिंह शेखावत, मंगलचंद, जितेंद्रसिंह, फैजल खान, दिनेश खानखेडिया सहित समस्त एनटीईपी ब्लॉक स्टॉफ सदस्य मौजूद रहें।