खेतड़ी : राजोता की विवेकानंद संस्थान परिसर में रविवार को राजपूत सेवा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। शिक्षाविद अशोक सिंह शेखावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में समाज के लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए गांव-गांव जाकर प्रेरित करने का निर्णय लिया गया।
अशोक सिंह शेखावत ने बैठक के दौरान समाज में फैली बुराइयों को मिटाने का आह्वान करते हुए कहा कि सभी के एकजुट होने से ही समाज में फैली बुराइयों को मिटाया जा सकता है। इस दौरान बैठक में गांव-गांव जाकर लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने वह सभी को एकजुट होकर समाज के समृद्ध विकास को लेकर आगे बढ़ने का आह्वान करने का निर्णय लिया गया।
इसके अलावा 12 दिसंबर का दिन खेतड़ी के इतिहास के लिए सबसे बड़ा दिन है। इस दिन स्वामी विवेकानंद और राजा अजीत सिंह के मित्रता को पूरे विश्व में परचम लहराया था। खेतड़ी कस्बे में प्रतिवर्ष विरासत दिवस मनाया जाता है, जिसमें स्वामी विवेकानंद व राजा अजीत सिंह की यादों को चिस्थाई बनाई जाता है। इस बार प्रत्येक घर में पांच-पांच दीपक जलाकर विरासत दिवस को दीपोत्सव की तरह बनाने का निर्णय लिया गया।
स्वामी विवेकानंद शिकागो में आयोजित हुए धर्म सम्मेलन में सनातन धर्म संस्कृति का परचम लहरा कर जब खेतड़ी लौटे थे, तो राजा अजीत सिंह की ओर से पन्ना सागर तालाब पर उनका ऐतिहासिक स्वागत किया गया था। उस दौरान खेतड़ी को भव्य रूप से सजाया गया था। सोमवार को आयोजित होने वाले विरासत दिवस कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्रभात फेरी निकाली जाएगी। इसके बाद दोपहर तीन बजे राजा अजीत सिंह व स्वामी विवेकानंद की संजीव झांकियां कस्बे में होते हुए पन्ना सागर तालाब पर पहुंचेगी, जहां शाम को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
बैठक में करणी सेना जिला संयोजक सुरेंद्र सिंह फौजी, जिला परिषद सदस्य उमेद सिंह निर्माण, मोहन सिंह, गिरवर सिंह, कैप्टन पाबूदान सिंह, विजयसिंह, ओमवीर सिंह, एडवोकेट पाबूदान सिंह, गोविंद सिंह, देशराज सिंह, उदलसिंह, कैप्टन सवाईसिंह, रामसिंह, भूपेंद्र सिंह सहित समाज के अनेक लोग मौजूद थे।