झुंझुनूं : ठगों ने फ्रॉड का नया तरीका अपनाया:दो दर्जन से ज्यादा लोगों से लाखों रुपए ठगे, पुलिसकर्मी के नाम से भी मिल रहे है मैसेज

झुंझुनूं : व्हाट्सएप पर किसी परिचित की डीपी लगे नंबर से आपके पास मैसेज आए और उसमें वह अर्जेंट जरूरत बताकर आपसे रुपयों की मांग करें तो भेजने से पहले हकीकत जरूर जान लें। क्योंकि जिले में फ्रॉड का ऐसा ही तरीका सामने आया है। इसके जरिए ठग लोगों को आसानी से शिकार बना रहे हैं।

ठग अर्जेंट जरूरत बताकर महज 10 से 20 हजार रुपए तक ही मांगता है। ऐसे में हर कोई भेज देता है। पिछले कुछ दिनों में ही जिले के दो दर्जन से अधिक लोग इस तरह की ठगी का शिकार हो गए हैं। कुछ दिन पहले CMHO ऑफिस के कर्मचारी के नाम से ठगी की गई। कम से कम 10 लोगों से ठगी की गई।

ठगों ने फ्रॉड का नया तरीका अपनाया
ठगों ने फ्रॉड का नया तरीका अपनाया

इसी तरह पिछले दो दिनों से कोतवाली थाने के कांस्टेबल के नाम से फ्रॉड किया जा रहा है।

SP मृदुल कच्छावा ने बताया कि जब भी पुलिस के पास शिकायत आई है तुरंत कार्रवाई की है। जिले में कई केस में मिलाकर करीब करीब 45 से 50 लाख रुपये पीड़ितों को वापस दिलवाए हैं। ठगी के शिकार हो गए तो तुरंत शिकायत करें ताकि अकाउंट फ्रिज़ करने की कार्रवाई कर सके।

ओटीटी प्लेटफार्म, सोशल मीडिया से उठा लेते है नंबर

व्हाट्सएप या फेसबुक मैसेजर पर आने वाले ऐसे मैसेज से सावधान रहने के लिए कहा जा रहा है। पुलिस का कहना है कि मेवात या झारखंड में बैठे हैकर्स विभिन्न ओटीटी प्लेटफार्म, सोशल मीडिया व जीमेल आईडी से कॉन्टैक्ट नंबर चुरा लेते हैं। फिर उन नंबरों पर लगी फोटो को अपने नंबर की डीपी में लगाकर ठगी कर रहे हैं। ये लोग मोबाइल या सिम हैक करके इमरजेंसी, बीमारी, एक्सीडेंट आदि का हवाला देकर ठगी कर रहे हैं।

ठगों ने फ्रॉड का नया तरीका अपनाया
ठगों ने फ्रॉड का नया तरीका अपनाया

DP देखकर ही यकीन न करें

कोई साइबर अपराधी आपको जानने वाले की प्रोफाइल फोटो लगाकर किसी अनजान नंबर से आपको व्हाट्सएप पर मैसेज कर सकता है। आपके परिचित का व्हाट्सएप अकाउंट हैक करके कॉल कर सकता है। इसलिए अनजान नंबरों से कॉल आए तो सावधान रहें। ऐसे मामलों से बचने के लिए आने वाले कॉल से सतर्क रहें। अनजान नंबर की डीपी पर परिचित या रिश्तेदार की फोटो देखकर सीधे पैसा ट्रांसफर नहीं करें। पहले परिचित के नंबरों पर साधारण कॉल कर हकीकत जान लें। कॉलर आईडी के जरिए संदिग्ध नंबरों की पहचान करें। अनचाहे कॉल व एसएमएस के झांसे में नहीं आएं।

कांस्टेबल के नाम से भी ठगी

कोतवाली थाने के कांस्टेबल आनंद मान के नाम से अजय बुडानिया पास भी ऐसा ही मैसेज आया, लेकिन उन्होंने पैसे भेजने से पहले परिचित को फोन कर लिया और जरूरत पूछ ली। इसलिए उन्हें ठगी का पता चल गया और वे बच गए।

हमें पैसे भेजने से पहले परिचित को फोन करना चाहिए। यदि उसे वाकई जरूरत है तो वे फोन करके भी बोल सकते हैं। सीआई सुरेंद्र देगड़ा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार से व्हाट्सएप फेसबुक मैसेंजर या अन्य किसी एप से मैसेज करने पर पैसे नहीं डाले।

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