झुंझुनूं : बीजेपी की ओर से निकाली जा रही जन आक्रोश रैली में ग्रामीण झुंझुनूं सांसद पर भड़क गए और सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया। ग्रामीण कहने लगे कि साढ़े तीन साल बाद चेहरा दिखाया है। गांव में विकास भी नहीं हुआ। इस पर सांसद बोले कि गांव में कार्यक्रम रखो तो मैं आ जाऊंगा। मामला झुंझुनूं के उदयपुरवाटी विधानसभा के पचलंगी गांव का है।
दरअसल, सांसद नरेंद्र कुमार जन आक्रोश रैली के तहत मंगलवार शाम 4 बजे पचलंगी गांव पहुंचे थे। सांसद को साढ़े तीन साल बाद सांसद को अपने गांव में देखा तो भड़क गए और उन्हें घेर लिया। ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव के समय वह उनके साथ थे लेकिन चुनाव जीतने के बाद सांसद एक बार भी उनके गांव नहीं आए। गांव में विकास कार्य भी नहीं करवाए। हमने तो ऊपर और नीचे दोनों तरफ नरेंद्र को देखकर वोट दिया था।
इस पर सांसद ने कहा कि दो-ढाई साल तो कोरोना में चले गए इसलिए वे यहां आ नहीं पाए। अब कोई कार्यक्रम रखे तो जरूर आएंगे और उनकी जो भी परेशानी है वह दूर करेंगे। इस पर वहां मौजूद स्थानीय नेताओं ने गांव में विकास कार्य और सुनवाई का आश्वासन दिया तो शांत हुए।
बीजेपी से सांसद हैं नरेंद्र कुमार
सांसद नरेंद्र कुमार 2019 में कांग्रेस के श्रवण कुमार को पराजित कर झुंझुनू के एमपी चुने गए। नरेंद्र कुमार झुंझुनू में भारतीय जनता पार्टी के टिकट से एमपी बने थे। इससे पहले 3 बार मंडावा के विधायक दे रहे हैं। दो बार निर्दलीय औऱ एक बार बीजेपी विधायक रहे। सांसद नरेंद्र कुमार को पूर्व एमपी संतोष अहलावत का टिकट काटकर भाजपा ने टिकट दिया था। सांसद चुनाव के वक्त नरेंद्र कुमार मंडावा से विधायक थे।