झुंझुनूं : पुलिस ने डकैती की योजना बनाते तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध हथियार भी बरामद किए गए है। आरोपी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।
पुलिस ने इनके कब्जे से 6 पिस्टल, एक मैग्जीन, 6 जिंदा एवं 4 खाली कारतूस सहित एक मोटरसाइकिल बरामद की है। इस दौरान दो आरोपी अंधेरा का फायदा उठाकर मौके से भागने में कामयाब रहे।
सभी आरोपियों पर विभिन्न मामले दर्ज है। इनमें से एक आरोपी सदर थाना झुंझुनूं का हिस्ट्रीशीटर है। पकड़े गए आरोपियों में से दो आरोपी सदर थाना झुंझुनूं व एक आरोपी गुढ़ागौडजी थाना का रहने वाला है।
डकैती का कर रहे थे प्लान
पकडे गए आरोपी डकैती का प्लान कर रहे थे।
देर रात मुकुन्दगढ के पास स्थित चौराहा पर रेलवे अण्डरपास के पास एकत्रित हुए। इस दौरान मुकुन्दगढ थाना के हैड कॉस्टेबल दामोदर प्रसाद को मुखबीर से सूचना मिली। जिसके बाद थानाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर रेड की गई, आरोपी पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर तीन आरोपी को पकड़ लिया। दो आरोपी मौके से भागने में कामयाब हो गए।
ये आए पकड़ में
जयंत उर्फ देवा पुत्र बाबूलाल निवासी हनुमानपुरा सदर थाना झुंझुनूं
महिपाल मेघवाल पुत्र लिछमणराम निवासी भुरीवास (उदावास) सदर थाना झुंझुनूं
सुनील गुर्जर पुत्र लीलाधर निवासी केसरीपुरा पुलिस थाना गुढ़ागौडजी
रैप, हत्या सहित विभिन्न मामले दर्ज
पकड़े गए सभी आरोपी बदमाश प्रवृत्ति के है, इनके खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट, दुष्कर्म सहित कई मामले अलग अलग थानों में दर्ज है। आरोपी जयंत उर्फ देवा के खिलाफ कोतवाली, सदर थाना व महिला थाने में पांच मामले दर्ज है। आरोपी हत्या व रेप के मामले में वांछित है। महिपाल मेघवाल के खिलाफ सदर थाना झुंझुनू, बगड़ तथा चिड़ावा थाना में 11 मामले दर्ज है, आरोपी सदर थाना झुंझुनूं का हिस्ट्रीशीटर है।
ये फरार हुए
पुलिस रेड के दौरान मौके पर मौजूद आरोपी वीरेन्द्र उर्फ लालजी व अंकित जाट भागने में कामयाब रहे, आरोपी वीरेंद्र उर्फ लालाजी के खिलाफ विभिन्न थानों कई मामले दर्ज है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। आरोपी वीरेंद्र उर्फ लाला के खिलाफ अजमेर, नागौर,गुढ़ागौड़जी (झुंझुनूं) में 13 मामले दर्ज है। पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया की आरोपी जयंत उर्फ देवा व वीरेन्द्र उर्फ लालाजी की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी।
ये रहे टीम में
मुकुन्दगढ थानाधिकारी सरदाराम जाट, सकेन्द्र सिंह, दामोदर प्रसाद, दिनेश कुमार, अजयसिंह, जितेन्द्र कुमार, देवेंद्र कुमार, शिवप्रसाद, संदीप कुमार टीम में शामिल रहे। वही हेड कांस्टेबल दामोदर प्रसाद का विशेष योगदान रहा।