अलवर : 1700 बेराेजगाराें काे 11 महीने तक घर बैठे 7.48 कराेड़ रुपए देने के बाद अब सरकार की नींद खुली है। मामला बेराेजगारी भत्ते काे लेकर जुड़ा हुआ है। प्रशिक्षण केंद्र खुलने के बावजूद अधिकांश बेराेजगारी भत्ता उठा रहे युवा प्रशिक्षण के लिए नहीं पहुंच रहे। दरअसल सरकार ने जिस समय बेराेजगारी भत्ते के लिए इंटर्नशिप की शर्त रखी थी उसी समय भत्ता प्राप्त कर रहे युवाओं काे आरएसएलडीसी के जरिए प्रशिक्षण लेने का विकल्प भी दिया था।
मतलब बेराेजगारी भत्ता उठा रहे युवाओं के सामने यह विकल्प था कि चाहे ताे वे इंटर्नशिप कर सकते हैं या फिर वे प्रशिक्षण का विकल्प ले सकते हैं। उस समय ऐसे करीब 1700 बेराेजगार युवा थे जिन्हाेंने इंटर्नशिप का चयन करने के बजाए प्रशिक्षण का विकल्प लिया।
चूंकि उस समय सरकार के पास प्रशिक्षण दिलाने का काेई राेडमैप नहीं था और ना ही केंद्र तय थे। इसलिए करीब 11 महीने तक सरकार इन पंजीकृत बेराेजगाराें काे घर बैठे भत्ता देती रही। अब जिले में तीन प्रशिक्षण केंद्र खुल चुके हैं, लेकिन युवा इन केंद्राें पर प्रशिक्षण लेने में काेई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। अलग-अलग माध्यमाें से युवाओं काे लगातार सूचना देने के बावजूद भी सकारात्मक परिणाम नहीं आने के बाद सरकार इन पर कार्यवाही करने की तैयारी में है। उल्लेखनीय है कि यह भत्ता गत वर्ष अक्टूबर माह से इस साल सितंबर माह तक दिया गया था।
हम ऐसे युवाओं से लगातार संवाद कर रहे हैं जिन्हाेंने प्रशिक्षण का विकल्प लिया था। ऐसे 1700 बेराेजगार हैं जिसकी सूची पाेर्टल पर है। बार-बार कहने के बाद भी ज्वाइन करने में युवा रुचि नहीं ले रहे हैं। यदि निर्धारित समय में ज्वाइन नहीं करते हैं ताे उच्च स्तर पर सूचना भिजवा दी जाएगी।
-श्यामलाल साटाेलिया, जिला राेजगार अधिकारी
हर एक माह में 6.80 लाख रुपए गए खातों में
बेराेजगाराें काे दिए जाने वाले 4 हजार रुपए प्रतिमाह के भत्ते की गणना करें ताे एक महीने में 1700 बेराेजगाराें काे 6 लाख 80 हजार रुपए का बेराेजगारी भत्ता उनके खाताें में दिया है। 11 महीने तक इस भत्ते की राशि की गणना करें ताे चाैंकाने वाला आकड़ा सामने आएगा। 11 महीने में सरकारी खजाने से 7.48 कराेड़ रुपए इन बेराेजगाराें के खाताें में गए हैं। जबकि इस अवधि में उन्हाेंने काेई इंटर्नशिप नहीं की और ना ही काेई प्रशिक्षण लिया।
तीनाें केंद्राें के पास है सूची
वर्तमान में प्रशिक्षण के लिए तीन केंद्र तय किए गए हैं। यहां आरएससीआईटी सहित अलग-अलग ट्रेड में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। इनमें एक केंद्र काेठीनारायणपुर, एक बानसूर और एक अलवर शहर में है। इन तीनाें ही केंद्राें के पास 1700 युवाओं की सूची है। केंद्राें द्वारा भी युवाओं काे फाेन कर केंद्र चालू हाेने व प्रशिक्षण की सूचना दी जा रही है।