खेतड़ी : लीज बचाने के लिए पहाड़ी पर बैठककर रखवाली:कूट रचित दस्तावेज तैयार करने का आरोप, एक साल बाद ही शुरू हुआ था विवाद

खेतड़ी : खेतड़ी इलाके के पपूरना करमाडी खनन क्षेत्र मे कुटरचित दस्तावेज तैयार कर साझेदारी की लीज हड़प लेने का मामला आया है। लीज बचाने के लिए पूरे परिवार सहित पहाड़ी पर बैठकर रखवाली की जा रही है। पीडित परिवार ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। लालगढ़ निवासी श्रीराम मीणा ने बताया कि करमाड़ी खनन क्षेत्र होने के कारण बड़े माफिया लोग इस क्षेत्र में आ गए हैं। गुंडागर्दी के दम पर पूर्व में मारपीट और मर्डर की घटनाएं हो चुकी हैं। बड़े खननधारी स्थानीय निवासियों को भी धनवान बनने के सपने दिखाकर प्रलोभन में लेकर पैसे लेकर साझेदारी कर लेते हैं फिर कुछ समय तक साझेदारी रखने के बाद निकाल देने का षड्यंत्र भी रचते हैं।

उन्होंने बताया कि 2017 में ओमप्रकाश ओला निवासी सीकर ने 49 लाख रूपए लेकर भुखरी की ढाणी की लीज में साझेदार बनाया था, जिसमें अन्य दो लोग संजय गुर्जर और संजय गुर्जर उर्फ बच्चियां भी साझेदार थे। 2018 में 284 नंबर लीज में श्रीराम मीणा को भी 40 लाख रूपए लेकर हिस्सेदार बनाया था, लेकिन एक साल बाद ही विवाद शुरू हो गया।

सूचना के अधिकार के तहत सूचना मांगी गई तो उसमें सामने आया साझेदारी के दस्तावेज तैयार किए थे, उसमें देव मिनरल्स कंपनी के नाम से कंपनी बनाई थी, लेकिन अन्य साझेदारों ने कूट रचित दस्तावेज तैयार कर दूसरी कंपनी देव कंस्ट्रक्शन कंपनी बना ली गई। उन्होंने कहा यह सब खान विभाग और मंत्रालय से मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर कर लिए गए। लीज को लेकर थाने में कई मुकदमे भी चल रहे हैं। जितेंद्र मीणा ने बताया कि लीज हड़पने को लेकर जानलेवा हमला भी किया गया। अब श्रीराम मीणा व जितेंद्र मीणा अपने परिवार के साथ पहाड़ी पर लीज की रखवाली करने के लिए तंबू लगाकर रहने को मजबूर हो रहे हैं।

इनका ये कहना
इस संबंध में माइनिंग विभाग के अधिकारी धर्मसिंह ने बताया कि लीज में साझेदारी को लेकर पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है जिनके मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं। धरने को लेकर मेरे को जानकारी नहीं है, जल्द ही पता करवाएंगे। लीज पिछले काफी समय से बंद भी है।

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