तिब्बत में नेपाल सीमा के पास आज सुबह 7.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें कम से कम 95 लोगों की मौत हो गई और 130 लोग घायल हो गए। चीनी मीडिया के अनुसार, इस भूकंप के झटके नेपाल के काठमांडू समेत बिहार और भारत के पूर्वोत्तर हिस्सों में भी महसूस किए गए।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया कि भूकंप सुबह 6:35 बजे (IST) आया और इसका केंद्र नेपाल के लोबुचे के उत्तर-पूर्व में 93 किलोमीटर की गहराई पर था। इससे पहले, लगभग एक घंटे पहले, 4.2 तीव्रता का एक कमजोर भूकंप भी दर्ज किया गया था। इसके बाद तीन घंटे के भीतर क्षेत्र में 4.2 या उससे अधिक तीव्रता के कुल 9 भूकंप दर्ज किए गए।
चश्मदीदों का बयान:
काठमांडू की रहने वाली मीरा अधिकारी ने अपनी आपबीती सुनाई:
“मैं सो रही थी जब भूकंप आया। बिस्तर हिल रहा था और मैंने सोचा कि मेरा बच्चा बिस्तर हिला रहा है। लेकिन जब खिड़कियां जोर से हिलने लगीं, तो मुझे एहसास हुआ कि यह भूकंप है। मैंने जल्दी से अपने बच्चे को बुलाया और घर खाली कर खुले मैदान में पहुंच गई,” उन्होंने बताया।
बिहार के एक निवासी ने बताया कि कैसे अचानक उनकी कुर्सी हिलने लगी, जिससे उन्हें झटके का अहसास हुआ।
भूकंप के कारण क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है और आगे आने वाले झटकों को लेकर चिंता बढ़ गई है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है, जहां प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है और प्रभावित लोगों को मदद पहुंचा रहा है।