जयपुर : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान आने से पहले सीएम अशोक गहलोत ने आज एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू के दौरान सचिन पायलट पर हमला बोला था। सीएम गहलोत ने पायलट पर 2020 में भाजपा से फंडिंग लेने के आरोप लगाए, गद्दार तक बताया। इसके बाद सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए कहा है कि झूठे आरोप ना लगाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत। राजनीति में उनके कद के नेता को ये बयान देना शोभा नहीं देता है।
पायलट बोले- ये समय BJP से लड़ने का है, आरोप लगाने का नहीं
आगे सचिन पायलट ने कहा कि वे पहले भी मुझे नाकारा, निकम्मा और गद्दार कह चुके हैं, उन्होंने मुझ पर जो आरोप लगाए हैं, वे बेबुनियाद हैं। पता नहीं कौन मुख्यमंत्री को ऐसी सलाह दे रहा है जो वो इस तरह की बातें कर रहे हैं। आगे बोले ये समय भाजपा से लड़ने का है, ऐसे झूठे आरोप लगाने की जरूरत नहीं है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि वे पार्टी के अनुभवी नेता हैं, उन्हें इतना असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए और साथ मिलकर काम करना चाहिए। हम आज किसी पद पर है, तो जरूरी नहीं है कि हमेशा रहे।
Delhi | Ashok Gehlot is a senior & experienced leader, I don't know who is advising him to put false, baseless allegations againt me. Today it is required to strengthen the party: Congress leader Sachin Pilot pic.twitter.com/z2R8pzSo6o
— ANI (@ANI) November 24, 2022
जयराम रमेश ने भी दी ये प्रतिक्रिया
आज के घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि अशोक गहलोत एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। उन्होंने अपने छोटे सहयोगी सचिन पायलट के साथ जो भी मतभेद व्यक्त किए हैं, उन्हें इस तरह से सुलझाया जाएगा जिससे कांग्रेस पार्टी मजबूत हो। फिलहाल सभी कांग्रेस जनों की जिम्मेदारी भारत जोड़ो यात्रा की कामयाबी को उत्तर भारत में और दमदार बनाने की है।
"Shri Ashok Gehlot is a senior & experienced political leader. Whatever differences he has expressed with his younger colleague Shri Sachin Pilot will be resolved in a manner that strengthens the Congress," Jairam Ramesh, General Secretary in-charge Communications, Congress. pic.twitter.com/1RvqDTP3ao
— ANI (@ANI) November 24, 2022
जानें क्या है पूरा मामला
गुरूवार को सीएम गहलोत ने एक टीवी चैनल को इंटरव्यू के दौरान सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिसके पास 10 विधायक का भी समर्थन नहीं है, वह भला मुख्यमंत्री कैसे बन सकता है। ये भी कहा था कि राजस्थान में आलाकमान किसी को भी सीएम बना सकते हैं लेकिन सचिन पायलट को कोई भी स्वीकार नहीं करेगा।
इसके अलावा सीएम गहलोत ने 2020 के विद्रोह के दौरान बीजेपी से फंडिंग लेने का भी आरोप लगाया और कहा कि बगावत के दौरान 10 करोड़ रुपये बांटे गए हैं, बीजेपी के दिल्ली दफ्तर से पैसे उठाए गए हैं। गहलोत ने कहा कि उस दौरान पैसों के लेनदेन के मेरे पास सबूत हैं। गहलोत ने कहा कि नाराजगी के बाद पायलट कांग्रेस दफ्तर नहीं गए बल्कि मानेसर गए और बीजेपी के धर्मेंद्र प्रधान वहां मुलाकात करते थे।