पिलानी : पिलानी ब्लॉक के रायला गांव में बीती रात समाज में बदलाव की पहल करते हुए एक परिवार ने बेटीयों को उनके विवाह से पूर्व बग्घी पर बैठा कर बिंदौरी निकाली। परिजनों ने गाजे-बाजे के साथ बेटियों को बग्घी पर सवार कर बिन्दौरी के मध्यम से गांव में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सहित बेटा-बेटी में भेद को मिटाने का अनूठा संदेश भी दिया है।
स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए स्वागत किया है। रायला निवासी विजेन्द्र सिंह ने अपनी भतीजी एकता और कंचन को बग्घी पर बैठा कर डीजे के साथ गाँव में बिंदौरी निकाली। एकता और कंचन का विवाह रविवार, 27 नवम्बर को होगा। दोनों बच्चियों के पिता सत्यपाल शिक्षा सेवा में हैं और वर्तमान में नीमला जोहड़, नंगली सलेदी सिंह के राजकीय विद्यालय में कार्यरत हैं। जबकि माता सुनीता गृहणी हैं। एकता और कंचन दोनों ही बहनें एमएससी, बीएड हैं। दोनों बहनों की ससुराल हरियाणा के गर्वा में हैं तथा दोनों दूल्हे भी सगे भाई ही हैं। एकता की शादी अक्षय से हो रही है जो कि भारतीय थल सेना में सेवारत हैं। जबकि कंचन की शादी अनिल के साथ होगी जो कि भारतीय वायु सेना में कार्यरत हैं।
परिजनों ने पिलानी प्रधान बिरमा संदीप रायला की प्रेरणा से समाज को आगे बढ़ाने के लिए बेटियों की बिन्दौरी गाजे-बाजे के साथ निकाली। प्रधान बिरमा देवी ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में अपने देश व समाज का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने बेटी और बेटे में किसी प्रकार का भी भेदभाव नहीं रखने के लिए लोगों को प्रेरित किया। इस मौके पर संदीप कुमार, राजपाल सिंह, करतार सिंह, विजेन्द्र, अनीता, लीलावती, सुमन आदि कई अन्य ग्रामवासी बेटियों की बिन्दौरी में शामिल हुए।