खेतड़ी : वन विभाग की टीम ने मंगलवार देर शाम को माधोगढ के वन क्षेत्र में वन्यजीव के शिकार करने के मामले में जनों को गिरफ्तार कर एक बोलेरो गाड़ी भी जब्त की है। सहायक वन संरक्षक(एसीएफ) खेतड़ी गुलझारीलाल जाट ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वन क्षेत्र माधोगढ़ में जंगली जानवरों के शिकार करने की सूचनाएं मिल रही थी, जिसको लेकर वन विभाग की ओर से एक विशेष गश्ती दल वन क्षेत्र में जंगली जानवरों का शिकार करने वाले आरोपियों की तलाश में लगाई हुई थी।
इसी दौरान वन विभाग का गश्ती दल माधोगढ क्षेत्र में गश्त पर गया। वन क्षेत्र मे गश्ती के दौरान एक जीप में दो जने संदिग्ध अवस्था में बैठे हुए दिखाई दिए। गाड़ी में बैठे दोनों युवक वन विभाग की टीम को देखकर भागने लगे। इस दौरान गश्ती दल को शक होने पर उनका पीछा किया तथा टीम ने घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया। वन विभाग की टीम ने जब उनकी तलाशी ली तो उनके पास थैले में खरगोश की खाल, अवशेष तथा चाकू व दूसरे के पास थैले में खरगोश का शव मिला।
इस पर टीम ने दोनों आरोपियों माधोगढ निवासी विकास (20) तथा कालोटा निवासी विकास गुर्जर(28) से वन्यजीवों के बारे में पूछताछ की तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। जिस पर विभाग की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान विभाग की टीम ने उनके पास मिले जंगली खरगोश के शव व अवशेष कब्जे मे ले उनका पोस्टमार्टम करवाया गया तथा बोलेरो गाड़ी को जब्त कर लिया। उन्होंने बताया कि वन्य जीवों का शिकार करने के मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओ के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही हैं तथा और भी जानवरों के शिकार करने की वारदातें खुलने की संभावना है। इस दौरान आरोपियों को खिलाफ कार्रवाई करने वाली टीम में रेंजर विजय कुमार फगेडिया, वनपाल रतनलाल, सत्यवान पूनिया, रामनिवास, महीपाल रिणवा आदि शामिल थे।