झुंझुनूं (खेतड़ी) : शहादत को किया नमन:कांगों मे शांति सेना में शहीद हुए धर्मपाल सैनी का मनाया शहादत दिवस, परिजनों के लिए तीन साल पहले हुई घोषणा आज भी अधूरी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नरेश मीणा

झुंझुनूं (खेतड़ी) : कांगो में शहीद हुए गोठड़ा के धर्मपाल सैनी का 10 वां शहादत दिवस मनाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भामाशाह मनोज घुमरिया, विशिष्ट अतिथि ईश्वर सिंह, सुरेंद्र फौजी, डॉ. छाजूराम थे, जबकि अध्यक्षता रामअवतार मौखरिया ने की। कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथियों ने शहीद धर्मपाल सैनी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

भामाशाह मनोज घुमरिया की ओर से वीरांगना संतरा देवी सहित पूरे परिवार का सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनोज घुमरिया ने कहा कि शहीद हमारे देश के लिए गौरव की बात होती है। उन्होंने गांव के स्कूल के मुख्य द्वार शहीद का नाम से बनवा कर उनकी मूर्ति लगाने की घोषणा की। धर्मपाल सैनी का जन्म 5 मई 1979 को गोठड़ा पंचायत की ढाणी जैसा वाली में हुआ था। 6 जून 2000 को भारतीय सेना की फर्स्ट गार्ड में भर्ती हुए थे। शहीद नायक धर्मपाल सैनी ने सेना में रहते हुए कई ऑपरेशन में भाग लिया, जहां अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया।

उन्हें साउथ अफ्रीका के कांगो में भेजी गई शांति सेना में उन्हें शामिल किया गया। जब वह शांति सेना में कांगो में तैनात थे तो 15 अक्टूबर 2012 को देश के लिए वीरगति को प्राप्त हो गए थे। शहीद वीरांगना संतरा देवी ने बताया कि खेतड़ी विधायक की ओर से तीन साल पहले शहीद स्मारक की एक लाख नब्बे हजार रुपए की लागत से चारदीवारी करवाने, अनुकंपा नौकरी दिलाने व सड़क का नामकरण सहित धर्मपाल के नाम से करने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक उनके द्वारा की गई घोषणाओं को पूरा नहीं किया गया है।

इस मौके पर गिरधारीलाल, झाबरमल सैनी, जगदीश प्रसाद, बाबूलाल सैनी, पालाराम सैनी, बनवारीलाल सैनी, देवदत्त जांगिड़, गोकल चंद, जसवंत सैनी, बाबूलाल सैनी, पंकज कुमार, श्रीराम चेजारा, खेमचंद, प्रकाशचंद, राकेश कुमार सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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