खेतड़ी : खेतड़ी न्यायालय परिसर में शुक्रवार को वकीलों ने एडीजे भर्ती परीक्षा में हुई अनियमितताओं को लेकर बहिष्कार कर दिया। इस दौरान वकीलों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध-प्रदर्शन भी किया।
वकीलों ने बताया कि एडीजे भर्ती परीक्षा 2020 के मुख्य परीक्षा के परिणाम में अनियमितता बरती गई हैं। परीक्षा परिणाम में अनियमितता के विरोध में राजस्थान के समस्त अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश है, जिसको लेकर बार एसोसिएशन की बैठक की गई। जिसमें सभी ने एक राय होकर न्यायालय में कार्य बहिष्कार रखे जाने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।
इस दौरान न्यायालय परिसर के मुख्य द्वार पर नारेबाजी करते हुए विरोध जताया तथा एक दिन का न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर दिया।
85 पदों में से 4 पर ही हुआ चयन
एडवोकेट सूरज कुमार भास्कर ने बताया कि एडीजे के लिए जो परीक्षा हुई थी, उसमें वकीलों की 85 सीटें थी। उसमें से ज्यादातर जुडिशरी के अधिकारियों को शामिल कर लिया गया तथा वकीलों में सिर्फ 4 सीटें ही भरी गई हैं। परीक्षा में वकीलों को शामिल नहीं कर उनके साथ अन्याय किया गया है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भर्ती परीक्षा में वकीलों के कोटे में दी गई सीटों को उन्हीं के द्वारा भरी जाए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो वकीलों की ओर से प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इस मौके पर बार अध्यक्ष महावीर जांगिड़, मोहम्मद फारूक, महिपाल दौराता, संजय सुरोलिया, प्रवीण कुमार, भूपेन्द्र सोनी, आलोक मान, गिरधारीलाल सैनी, बजरंग सिंह, सुभाष कुमावत, विरेंद्र, नंदकिशोर, माडूराम सैनी, कृष्ण वर्मा, विशवनाथ अग्रवाल, पाबूदान सिंह, रामसिंह अवाना, धर्मपाल खटाणा, गोविंद सिंह, राजेश गुप्ता, कृष्ण कुमार शर्मा, श्रीकांत शर्मा, हवासिंह, अर्जुन लाल, विक्रम सिंह, भानूप्रताप भार्गव, कैलाश शर्मा, बजरंग लाल शर्मा, संत कुमार सहित अनेक वकील मौजूद थे।