टोंक : टोंक के बरोनी थाना क्षेत्र के हाड़ीखुर्द गांव में बुधवार को रॉयल्टी कर्मचारियों के खिलाफ ग्रामीणों ने सोहेला-डिग्गी स्टेट हाईवे-117 पर ट्रैक्टर लगाकर जाम लगा दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। इसके बाद मौके पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व जिला प्रमुख रामबिलास चौधरी से निवाई डीएसपी रुद्रप्रकाश शर्मा और पुलिस ने अभद्रता की। डीएसपी शर्मा और पुलिस वाले चौधरी की गिरेबान पकड़कर गाली निकालते हुए खींचकर पुलिस जीप में डालकर ले गए। उधर मामला बढ़ने पर निवाई सीओ रूद्र प्रकाश शर्मा, टोंक सदर SHO सीआई आशाराम गुर्जर और पीपलू SHO सीआई प्रह्लाद सहाय को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच आईजी करेंगे।
बरोनी थाना क्षेत्र के हाड़ीखुर्द में बुधवार सुबह करीब 9 बजे रॉयल्टी कर्मचारियों ने एक दुकान में पत्थर फेंककर तोड़फोड़ कर दी। वहीं, दुकान के बाहर खड़े एक युवक से मारपीट कर दी। इससे वह घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रॉयल्टी कर्मचारियों की दबंगई से गुस्साए ग्रामीणों ने 10 बजे हाड़ीखुर्द से होकर गुजर रहे सोहेला-डिग्गी स्टेट हाईवे-117 पर ट्रैक्टर और अन्य वाहन लगाकर जाम लगा दिया। जाम से दोनों और वाहनों की कतारें लग गई। घटना और जाम की सूचना पर बरौनी, पीपलू डिप्टी इंदु लोदी पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंची। जहां पुलिस ने ग्रामीणों से जाम हटाने को लेकर समझाइश की। इस दौरान ग्रामीण हमला करने वाले रॉयल्टी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। कुछ देर बाद डिप्टी रूद्रप्रकाश शर्मा मौके पर पहुंचे और लोगों को जाम हटाने के लिए कहा। इस पर ग्रामीणों ने कहा कि पहले हमला करने वाले रॉयल्टी कर्मचारियों को गिरफ्तार करो।
लोग नहीं माने तो पुलिस ने लाठियां भांजी
जाम नहीं हटता देख पुलिस ने दोपहर करीब 12.30 बजे लाठीचार्ज कर भीड़ को तीतर-बीतर कर दिया। इस दौरान पुलिस ने एक व्यक्ति का मोबाइल और एक ट्रैक्टर जब्त कर लिया। जाम हटने के करीब 10 मिनट बाद वहां कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व जिला प्रमुख रामबिलास चौधरी पहुंचे। लोगों ने उन्हें बताया कि रॉयल्टी वाले बेवजह एक दुकान में तोड़फोड़ कर वहां खड़े गांव के सुरमा कीर के साथ मारपीट की। एक व्यक्ति का मोबाइल पुलिस वाले ने छीन लिया। इस पर रामबिलास चौधरी पीड़ित युवक को कुछ दूरी पर ही खड़े निवाई डीएसपी रुद्रप्रकाश शर्मा के पास ले गए और उलाहना दिया। उन्होंने कहा कि मोबाइल और ट्रैक्टर वापस करो। आप लोगों ने पीड़ित लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया। इस पर निवाई डीएसपी रुद्रप्रकाश शर्मा ने चौधरी से परिचय पूछा तो उन्होंने अपना परिचय पूर्व जिला प्रमुख रामबिलास चौधरी के रूप में देते हुए डीएसपी से भी परिचय पूछा। इस पर डीएसपी ने कहा कि नेम प्लेट देख लो कहते हुए चौधरी से घटना को लेकर बात करने लग गए। इस दौरान चौधरी ने डीएसपी से कहा कि ज्यादा ज्ञान मत दो, यह कहते ही डीएसपी और उनके साथ खड़े पुलिसकर्मी आग बबूला हो गए और उन्हें गाली-गलौज निकालते हुए गिरबान पकड़कर घसीटते हुए जीप में बिठा दिया। बाद में उन्हें थाने ले जाते समय रास्ते में छोड़ दिया। इस दौरान भीड़ ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए।
सीएम के करीब हैं चौधरी
पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामबिलास चौधरी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का करीबी और टोंक में भरोसेमंद कार्यकर्ता माना जाता है। लोगों में चर्चा रही कि डीएसपी द्वारा जनप्रतिनिधि को गिरहबान पकड़ ले जाना लोकतंत्र में ठीक नहीं है। ये पुलिस वालों की दादागिरी है। इस मामले में चौधरी CM से डीएसपी की शिकायत कर सकते हैं। वहीं, रामबिलास चौधरी ने बताया कि पुलिस का रवैया ठीक नहीं है। पीड़ित लोगों से ही मारपीट की गई। मैं वहां समझाने गया तो मेरे साथ भी पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया।
चौधरी ने भीड़ को उकसाने का काम किया : शर्मा
निवाई डीएसपी रुद्रप्रकाश शर्मा ने कहा कि हाड़ीखुर्द में अवैध बजरी का काम करने वाले दो पक्षों में लड़ाई झगड़ा हुआ था। जिसके चोट आई उस पक्ष के लोगों ने स्टेट हाईवे जाम कर दिया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पीपलू और निवाई दोनों ही सर्किल का जाप्ता मौके पर पहुंचा। जाम लगा रहे लोगों से समझाइश की। नहीं मानने पर सख्ती बरतते हुए जाम हटवाया। मौके पर पहुंचे पूर्व जिला प्रमुख फिर से भीड़ को उकसाने का कार्य करने लगे, जिसके चलते उन्हें गाड़ी में बैठाकर दूर ले जाकर छोड़ दिया था।
जाम के बजाय थाने में शिकायत दें, कार्रवाई होगी
बरोनी थानाधिकारी हरिराम ने बताया कि कंट्रोल रूम से घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे, जहां जमा लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से समझाइश की। रॉयल्टी कर्मचारी दबंगई करते हैं तो मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से रिपोर्ट मांगी, लेकिन कोई रिपोर्ट नहीं दे रहा तो कार्रवाई कैसे करें। ग्रामीण रोड जाम करने की बजाय थाने में शिकायत करें, कार्रवाई की जाएगी।