सांप्रदायिक सोहार्द की मिसाल: पिलानी के अब्दुल रज्जाक पढ़ते रामायण की चौपाई

पिलानी : शिक्षा नगरी पिलानी के तालाब स्थित रामलीला मैदान पर मंचन होने वाली रामलीला धार्मिक सौहार्द की मिसाल बनी हुई है। रामलीला मंचन से नई पीढी में अच्छे संस्कारों का तो जन्म होता ही है साथ ही साथ धार्मिक उदारता का पाठ भी सीखने को मिलता है। रामलीला मंचन करते समय साथ साथ में प्रसंग से जुड़े दोहों का वाचन किया जाता है। रामलीला मंचन में सस्वर दोहा वाचन का कार्य अब्दुल रज्जाक उर्फ राजेन्द्र सिंह कर रहे हैं। अब्दुल रज्जाक हारमोनियम के साथ जब ऊंचे सुर अपने अंदाज में प्रसंग से जुड़ा दोहा पढ़ते हैं तो श्रोताओं भावविभौर हो जाते हैं। अब्दुल पिछले करीब 15 वर्षो से लगातार रामलीला में दोहा वाचन कर कस्बे में अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं। अब्दुल रज्जाक रामायण पाठ के साथ साथ भगवान राम, हनुमान, लक्ष्मण चरित्र का वर्णन तथा मन्दिरों में आयोजित होने वाले भजन संध्या कार्यक्रमों में भी भजन, कीर्तन आदि में अहम भूमिका निभाते हैं। अब्दुल रज्जाक बिरला शिक्षण संस्थान में कार्यरत हैं।

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