निजी स्कूलों के विरुद्ध सरकार को कोई कड़ा कानून बनाना होगा अन्यथा निजी स्कूलों का मैनेजमेंट अपनी मनमानी करता रहेगा और छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करता रहेगा।
ऐसा ही एक मामला जनपद संभल की चंदौसी में बहजोई रोड़ पर ग्राम मौलागढ़ में स्थित ओपीजीएम स्कूल से सामने आया है जहां पर सीबीएसई बोर्ड की कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए आरआरके स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं का परीक्षा केंद्र बनाया गया था और परीक्षा का समय सुबह 10:30बजे से था आरआरके स्कूल की छात्रा प्रिया चौधरी 10:20पर स्कूल गेट पर पहुंची तो विद्यालय का गेट बंद था सिक्युरिटी गार्ड ने छात्रा को अंदर ले लिया और क्लास रूम में भेज दिया।
इसके कुछ देर बाद स्कूल के प्रधानाचार्य क्लास रूम में जाते हैं और छात्रा को बाहर निकाल देते हैं और कहते है कि आप देर से आई है इसलिए आप परीक्षा नहीं दे सकती।जिसके बाद काफी देर तक छात्रा के परिजन स्कूल प्रशासन से गुहार लगाते रहे लेकिन स्कूल मैनेजमेंट पर इसका कोई भी असर नहीं हुआ।जिसके बाद छात्रा के परिजनों ने एसडीएम, डीआईओएस समेत आलाधिकारियों से फरियाद की घटना की जानकारी मिलते ही डीआईओएस भी मौके पर पहुंचे लेकिन स्कूल प्रशासन ने उनको भी विद्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया।
इस विषय में जानकारी देते हुए छात्रा प्रिया चौधरी की माँ नेहा चौधरी ने बताया कि समय से स्कूल पहुंचने के बाद भी विद्यालय प्रशासन ने उनकी बेटी को परीक्षा देने से वंचित कर दिया।