उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे ने BJP पार्टी को बड़ा झटका दिया है। पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद अब हारे हुए उम्मीदवारों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है। राजनीति गलियारे में अब हार की वजह भीतरखाने की सियासत बताई जा रही है। जिसके बाद अब नेता अपनी पार्टी के लोगों पर ही सवाल उठाने लगे है।
बात अगर उन्नाव सीट की करें तो यहां से साक्षी महाराज चुनाव तो जीती लेकिन उनका अंतर काफी कम था और उन्होंने इसके लिए पार्टी के भीतर के कुछ गद्दार और आस्तीन के सांप को जिम्मेदार ठहराया है।
दूसरी तरफ फतेहपुर से चुनाव हार चुकी केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति ने भी पार्टी के भीतर के कुछ लोगों के द्वारा भीतरघात करने को अपनी हार का जिम्मेदार बताया है।
तो वहीं मिर्जापुर में अनुप्रिया पटेल के नजदीकी लोगों का भी मानना है कि बीजेपी के कई नेता ऊपर से तो साथ दिखे लेकिन अंदर ही अंदर हराने में अपनी ताकत लगाते रहे।
जौनपुर की बात करें तो यहां बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे कृपाशंकर सिंह ने कहा है कि हार से निराश नहीं है लेकिन वह अपने हार की वजह शीर्ष नेताओं को बताएंगे।
सहारनपुर लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव हारने वाले राघव लखनपाल ने तो ये तक कहे दिया कि 400 पार के नारे ने भाजपा को काफी नुकसान दिया है। इस नारे का उल्टा असर पड़ गया और दलितों ने भाजपा के खिलाफ जमकर वोट किया।