नोएडा : पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के आदेश पर ‘पूरी चौकी सस्पेंड’, पढ़े कस्टडी में युवक की मौत की पूरी कहानी

बीते दिन से नोएडा पुलिस सवालों के घेरे में घिरी हुई है। वो इसलिए क्योंकि ग्रेटर नोएडा के चिपियाना बुजुर्ग पुलिस चौकी में एक युवक की मौत हो गई। देखते ही देखते ये मामला आग की तरह फैल गया और नोएडा पुलिस सवालों के जाल में फंस गई। बता दें युवक को पुलिस ने एक लड़की को भगाने के आरोप में हिरासत में लिया था। मामले में पुलिस का कहना है कि योगेश ने अंगोछे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मामले ने तूल पकड़ा तो कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने पूरी चौकी को निलंबित कर दिया। साथ ही एसीपी और थाना प्रभारी से मामले की रिपोर्ट तीन में देने के लिए कहा।

 

ये है मामला…
दरअसल, अलीगढ़ के रहने वाले योगेश को चिपियाना बुजुर्ग पुलिस चौकी की टीम बुधवार रात में उठाकर लाई थी। योगेश नोएडा में एक बेकरी में काम करता था। उसके साथ काम करने वाली युवती लापता हो गई थी। योगेश पर लड़की को भगा ले जाने का आरोप था। इसी मामले में पुलिस पूछताछ के लिए चौकी पर लेकर आई थी। लेकिन गुरुवार सुबह 10 बजे के करीब योगेश का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। घर वालों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि योगेश से मिलने की कई बार कोशिश की गई, लेकिन पुलिसकर्मियों ने मिलने नहीं दिया।

 

उधर, भाई जितेंद्र का कहना है कि ‘बुधवार रात 11 बजे तक योगेश ठीक था। हम सुबह चौकी पर पहुंचे तो मेरे भाई का शव फंदे पर लटका मिला।’ पुलिस वालों ने देखा तो उसे उतारकर अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिस बेकरी में योगेश काम करता था, वहां साथ काम करने वाली लड़की से उसकी दोस्ती थी। कुछ दिन पहले ही वह लड़की कहीं गायब हो गई थी। इसी को लेकर उसके परिजनों ने योगेश के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी।

 

पुलिस ने मांगे 5 लाख रुपए
जितेंद्र ने बताया कि पुलिस वाले रात में मेरे भाई को घर से उठा लाए थे। इन लोगों ने मुझसे 5 लाख रुपए मांगे, तो मैंने 50 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद 1 हजार रुपए शराब पीने के लिए मांगे, मैंने वो भी दे दिए। मैंने कहा था कि बाकी रुपए सुबह दे दूंगा। पुलिस वाले बोले- सुबह तेरे भाई को छोड़ देंगे। इन लोगों ने फांसी पर लटकाकर मेरे भाई को मार दिया है। मैं सुबह 6 बजे से यहां खड़ा हूं। रात में भी मैं 11 बजे तक यहीं था।

 

पुलिस कमिश्नर ने लिया ऐक्शन
इस मामले में पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने ऐक्शन लेते हुए पूरी चौकी को निलंबित कर दिया। थाना प्रभारी और एसीपी के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। इस पूरे मामले की जांच डीसीपी नोएडा को सौंपी गई है।

 

मामले में क्या बोली पुलिस ?
इस मामले में डीसीपी सुनीति का कहना है कि योगेश कुमार पुत्र- तेजवीर, मूलरूप से खैर अलीगढ़ का रहने वाला था। वह यहां पर एक बेकरी की दुकान में काम करता था। साथ काम करने वाले ने योगेश पर कुछ आरोप लगाए थे। इसकी जांच के लिए योगेश को चौकी बुलाया गया था। जिसने चौकी के एक कमरे में अपने अंगौछे से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। पुलिसकर्मियों ने युवक को पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी मौत हो गई। पुलिसकर्मियों पर रुपए मांगने के आरोप की जांच की जा रही है। हमें कुछ गाइडलाइन का पालन करना होता है। अभी हम प्रोसीजर पूरा कर रहे हैं। फील्ड यूनिट और आला अधिकारी सभी मौके पर मौजूद हैं। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

Web sitesi için Hava Tahmini widget