धौलपुर : धौलपुर में ईनामी डकैत ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी आरोपियों पर फायरिंग की। मुठभेड़ में दो डकैतों के पैरों में गोली लगी। वहीं, अंधेरे का फायदा उठाकर डकैत लुक्का गुर्जर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ फरार हो गया। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है और सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
लुक्का गुर्जर इलाके के सबसे कुख्यात डकैतों में शामिल है और इस पर मंत्री रमेश मीणा और विधायक गिर्राज मलिंगा को भी धमकी देने का आरोप है। पुलिस के अनुसार मुठभेड़ शुक्रवार देर रात करीब एक बजे आंगई बांध के पास हुई। सूत्रों के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि लुक्का गुर्जर अपनी गर्लफ्रेंड, भाई और छह साथियों के साथ आंगई बांध के आसपास है।
सर्च के दौरान पुलिस ने जब एक बोलेरो को रुकवाया तो डकैत और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में डकैत लुक्का का भाई रवि गुर्जर और उसका साथी अशोक गुर्जर घायल हो गया।
धौलपुर एसपी मनोज कुमार के निर्देश पर कार्रवाई करने पहुंचे सीओ सिटी सुरेश सांखला ने बताया कि शुक्रवार देर रात को पुलिस को डकैत गिरोह के गढ़ी बाजना से आने की सूचना मिली थी। इस पर सीओ सिटी के साथ आंगई थाना पुलिस, क्यूआरटी और डीएसटी के साथ साइबर की टीम ने आंगई बांध के किनारे नाकाबंदी शुरू कर दी।
पुलिस की टीम का नेतृत्व कर रहे सीओ सिटी सुरेश सांखला ने बताया कि डकैतों की बोलेरो में आंगई बांध के पास पहुंचते ही पुलिस की गाड़ियों को देखकर फायरिंग शुरू कर दी। सीओ ने बताया कि बोलेरो गाड़ी में डकैत लुक्का और उसकी प्रेमिका के साथ 7 लोग सवार थे, जिनमें से 2 लोग पुलिस हिरासत में है।
25 और 15 हजार के इनामी है दोनों भाई
डकैत लुक्का गुर्जर गिरोह पर एसपी द्वारा इनाम घोषित है। रात को हुई मुठभेड़ में घायल लुक्का के भाई रवि गुर्जर पर एसपी द्वारा 15 हजार रुपए का इनाम घोषित है। वहीं, डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का गुर्जर पर पुलिस की ओर से 25 हजार रुपए का इनाम घोषित है। पुलिस मुठभेड़ में 15 हजार रुपए का इनामी डकैत रवि गुर्जर पकड़ा गया है।
भाई की हत्या का बदला लेने के लिए बना डकैत
साल 2009 में जमीनी विवाद को लेकर धर्मेद्र के बड़े भाई की हत्या हुई थी। हत्या उसी के साले ने की थी। इसके बाद कुछ महीने बाद ही भाई का बदला लेने के लिए धर्मेद्र ने बंदूक उठा ली और भाई के साले को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। यहीं से धर्मेंद्र को अपराध की दुनिया ने लुक्का के नाम से नहीं पहचान दी, जिसके बाद उसने अपराध जगत में कदम रखते हुए लूट, फिरौती और अपहरण जैसी वारदातों को अंजाम दिया।
पैरोल से फरार होने के बाद दी थी बाड़ी विधायक और मंत्री को धमकी
डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का गुर्जर के गिरफ्तार हो जाने के बाद वह पैरोल पर फरार हो गया। वर्ष 2017 में पैरोल पर फरार हो जाने के बाद उसने वर्ष 2020 में मंत्री रमेश मीणा और विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को धमकी देने के बाद चर्चा में आया था। लुक्का गुर्जर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो डालकर मंत्री रमेश मीणा और बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को धमकी दी थी। जिसके बाद डकैत लुक्का गुर्जर पर 35 हजार का इनाम घोषित हुआ। मंत्री और विधायक को धमकी देने के बाद तत्कालीन एसपी मृदुल के नेतृत्व में डकैत लुक्का गुर्जर को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया था।
पेशी के दौरान भागने की थी कोशिश
वर्ष 2020 में डकैत लुक्का गुर्जर की गिरफ्तारी होने के बाद उसे हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। उसके बाद 3 मार्च 2021 को जब पुलिस रोडवेज बस में पेशी के लिए भरतपुर ले जा रही थी। तभी सैपऊ थाना क्षेत्र में रोडवेज बस में चढ़े डकैत के साथियों ने पुलिस की आंखों में मिर्ची झोंक कर लुक्का गुर्जर को छुड़ाने की कोशिश की थी।
इस दौरान बस में मौजूद एनसीसी कैडेट वसुंधरा चौहान बदमाशों से भिड़ गई थी और बदमाशों का प्रयास असफल हो गया। घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आदेश जारी कर एनसीसी कैडेट वसुंधरा चौहान को सब इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति दी थी। उसके बाद एक बार फिर से डकैत जमानत पर बाहर आ गया। जमानत पर बाहर आने के बाद डकैत ने फिर से जिले भर में अपराध की दुनिया में कदम रख दिया।
डकैत केशव की गिरफ्तारी के बाद लुक्का गुर्जर पुलिस के रडार पर
वर्ष 2023 में डकैती केशव गुर्जर और उसकी गैंग को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस की लिस्ट में लुक्का गुर्जर का नाम सबसे ऊपर है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार एडीएफ कर रही है। देर रात को हुई मुठभेड़ के बाद डकैत लुक्का एक बार फिर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।