मेरा कितना सौभाग्य कि सर मुझे बुला रहे
रामेश्वर इस वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि, मैने कहा कि देखों मेरा कितना सौभाग्य है कि राहुल सर मुझे बुला रहे हैं। इस वीडियो में रामेश्वर कहते हैं कि आज भरत मिलाप हुआ, जैसे सुदामा का कृष्ण जी से मिलाप हुआ था, उसी तरह मेरा और उनका (राहुल) मिलाप हुआ है।वीडियो में वे कहते हैं हैं कि पहले मेरी जीने की इच्छा नहीं थी। इस पर राहुल कहते हैं कि अब तो है, अब आप ऐसी बात नहीं करोगे।
जो सच्चाई है उसे पहचानिए और उस पर काम करें
इस बातचीत में राहुल कहते हैं कि अगर आपके दिल में कुछ है और आपने बोल दिया तो यह आपकी कमजोरी थोड़े ही न है। यह तो ईमानदारी है। आपको दूसरे लोगों के बारे में नहीं सोचना चाहिए। वे कहेंगे और कहते रहेंगे। आप जो सच्चाई है उसे पहचानिए और उस पर काम करें।
इस मुलाकात में राहुल गांधी को रामेश्वर बताते हैं कि वो यूपी से दिल्ली अच्छी जिंदगी जीने के लिए आए थे, लेकिन यहां आकर जिंदगी पहले से भी ज्यादा खराब हो गई। राहुल गांधी उनसे पूछते हैं कि आपने पिछले 10 साल में क्या किया है? इस पर रामेश्वर ने कहा कि मजदूरी की, रिक्शा खींचा, सब्जी बेचा, ऐसा कोई काम नहीं है जो मैंने नहीं किया, लेकिन अब मुझमें इतनी एनर्जी नहीं है। अब थक जाता हूं। टांग दर्द करने लगती है।
राहुल ने खुद अपने हाथों खाना परोस उन्हें खिलाया
वीडियो में दिखता है कि राहुल गांधी रामेश्वर और उनके परिवार को खुद अपने हाथों से खाना परोस कर खिला रहे हैं। रामेश्वर उन्हें देख कर अपनी पत्नी से धीमे स्वर में कहते हैं कि अपने हाथ से खिला रहे हैं। इस दौरान राहुल जब रामेश्वर की पत्नी को जब कुछ खाना देना चाहते हैं तो रामेश्वर कहते हैं कि आज इनका व्रत है, इस राहुल पूछते हैं, तो क्या फल भी अलाउ नहीं हैं? जवाब में रामेश्वर की पत्नी कहती हैं कि नहीं खा लूंगी। इसके बाद राहुल तेजी से फल लाकर उन्हें देते हैं।
जब मैंने आपका वीडियो देखा तो मुझे अच्छा नहीं लगा
राहुल रामेश्वर से कहते हैं कि जब मैंने आपका वीडियो देखा तो मुझे अच्छा नहीं लगा, मैंने सोचा कि आपसे जाकर मिलूं, आपसे बातचीत करना चाह रहा था और मैं मंडी आपसे मिलने गया था। रामेश्वर जवाब में कहते हैं कि हां आप दूसरे दिन ही पहुंच गये थे। राहुल उनसे पूछते हैं कि आढ़तियों से आपका व्यवहार कैसा है। रामेश्वर बातों ही बातों में बताते हैं कि बेटी की शादी में करीब चार लाख का कर्ज हो गया। ब्याज बढ़ता जा रहा। इस पर राहुल उनसे पूछते हैं कि लोन कहां से लिया। रामेश्वर जवाब में कहते हैं कि हमारे पास जमीन जायदाद नहीं है हमें लोन कौन देगा। विश्वास पर लोग चार से पांच प्रतिशत ब्याज की दर पर कर्ज देते है। राहुल गांधी ने रामेश्वर से कांग्रेस की ‘न्याय’ योजना के बारे में भी बात की।