झुंझुनूं-खेतड़ी : राजस्थान दंत टेक्नीशियन संघ के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को 11 सूत्री मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया है। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा मांगे नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
ज्ञापन में बताया कि चिकित्सा विभाग में कार्यरत दंत टेक्नीशियन पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार व निदेशालय को बार-बार अवगत करवाए जाने के बाद भी आज तक सरकार ने उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं किया है। सरकार की हो रही अनदेखी के चलते अब कर्मचारियों में रोष पनपने लगा है और अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर उतरने लगे लगे हैं। कर्मचारियों की ओर से अपनी मांगों को लेकर निदेशालय में अधिकारियों के साथ कई बार बैठकें भी हुई थी, जिसमें जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता व सरकार की कर्मचारियों के प्रति होने वाले लापरवाही को लेकर अब कर्मचारी आर पार के मूड में आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग में कार्यरत दंत टेक्निशियनों की ओर से पुनरिक्षित वेतनमान 2016 में नाम जुड़वाने, आईएफएमएस में नाम शामिल करने, ग्रेड पे में संशोधन करने, कैडर निर्धारण व पदोन्नति का लाभ देने, वर्दी भत्ता, धुलाई भत्ता का विशेष अन्य भत्ते में शामिल करने, सेवा नियमों में बदलाव करने, दंत टेक्नीशियन का नाम परिवर्तन करने, कार्य दायित्व में बदलाव करने, दंत टेक्निशियनों के पदों को दंत चिकित्सक, बेड स्ट्रैंथ के अनुसार पद सृजित कर भर्ती निकलने, वरिष्ठ दंत टेक्निशियनों के पदों को महाविद्यालय एवं जिला चिकित्सालय में सजृत करने, दंत टेक्नीशियन के पदों का पुनः वर्गीकरण करने की मांग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रदेश स्तरीय संगठन के आह्वान पर जल्द ही जयपुर में एक विशेष बैठक बुलाई गई है। यदि सरकार ने उनकी मांगों का कोई समाधान नहीं किया तो दंत टेक्नीशियनों की ओर से प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर दीपक राणा, दीपेंद्र सैनी, जितेंद्र गुर्जर, सुभाष कुमार, कृष्ण शर्मा, अजय कुमार, संजय सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।