झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी के अजीत विवेक संग्रहालय परिसर में शुक्रवार को रामकृष्ण मिशन के 125वें स्थापना दिवस पर युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अदैत आश्रम के अध्यक्ष स्वामी सुद्वीदानंद महाराज, विशिष्ट अतिथि स्वामी सर्वलोकानां महाराज, शिक्षाविद अशोक सिंह शेखावत थे, जबकि अध्यक्षता मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज ने की। कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम अतिथियों ने स्वामी रामकृष्ण परमहंस, मां शारदे, विवेकानंद की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
युवा सम्मेलन में स्वामी सुद्वीदानंद महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व में सनातन धर्म का प्रचार कर भारत को अग्रणी पंक्ति में लाकर खड़ा किया था। स्वामी विवेकानंद का खेतड़ी से गहरा नाता रहा है, राजा अजीत सिंह के साथ मिलकर उन्होंने देश को आगे ले जाने का काम किया था। मनुष्य के जीवन में धर्म एवं संस्कृति का विशेष महत्व है और सदैव धर्म की रक्षा के लिए तत्पर रहने वाले व्यक्तियों में महापुरुषों के विचारों का प्रतीक होता है। स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने आज से 125 वर्ष पूर्व मिशन की स्थापना कर लोगों को धर्म एवं संस्कृति के प्रति मुख्य धारा में लाने का काम किया था, जो निरंतर समय से सामाजिक सेवा में अपना कार्य कर रहा है।
मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज ने बताया कि रामकृष्ण मिशन का मुख्य उद्देश्य समाज में नैतिक कार्यों के प्रति लोगों का जागरूक करने का है। आज भी रामकृष्ण मिशन की ओर से बालिकाओं को उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व गरीब असहाय की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहने जैसे कार्य किया जा रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान युवाओं को क्रोध पर नियंत्रण, जीवन में चुनौतियों का सामना करना, सोशल मीडिया का प्रभाव, सकारात्मक सोच, राजस्थान की संस्कृति, आत्म प्रेरणा मंथन, चरित्र निर्माण, राष्ट्र भक्ति, जीवन के निर्माण में शिक्षक की भूमिका आदि विषयों पर संबोधित किया गया।
ये रहे मौजूद
इस दौरान स्कूली बच्चों ने देशभक्ति व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी गई। इस मौके पर धर्मपाल कुमावत, बसंतलाल जैदिया, सुरेश सैनी, रमाकांत वर्मा, आत्माराम, भूपेंद्र सिंह, संदीप जांगिड़, विमल शर्मा, अरूण महाराज, तरूण कुमार, राहुल, कालीचरण गुप्ता, राकेश कुमार सहित अनेक लोग मौजूद थे।