सीकर : बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का 2 सितंबर को सीकर आएंगे। कहारों की ढाणी में उनका दरबार लगाया जाएगा। उनके आने पर सामूहिक हनुमान चालीसा, सत्संग जैसे कार्यक्रम भी होगा।
कार्यक्रम आयोजक स्वदेश शर्मा ने बताया कि सीकर में पहली बार पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगने जा रहा हैं। सीकर और पूरे राजस्थान से सैंकड़ों लोग उनके दरबार में आएंगे। दरबार कहारों की ढाणी में सड़क से लगते 200 बीघा खेत की खाली जमीन पर लगेगा। पंडित धर्मेंद्र शास्त्री 2 सितंबर की सुबह 9 बजे के करीब सबसे पहले चार्टर्ड प्लेन के जरिए सीकर की नजदीकी तारपुरा हवाई पट्टी पर पहुंचेंगे।
रोड शो
इसके बाद गाड़ियों के काफिले के साथ रवाना होकर वह सीकर शहर में आएंगे। सीकर शहर में उनका रोड शो भी निकल जाएगा। इसके बाद कहारों की ढाणी के पास दरबार लगेगा। शर्मा ने बताया कि इसके अलावा सामूहिक हनुमान चालीसा, सत्संग जैसे कार्यक्रम भी प्रस्तावित है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जीवन परिचय
आपने बागेश्वर धाम सरकार का नाम तो अवश्य सुना होगा। आजकल बागेश्वर धाम सरकार समाचार पत्रों में खूब छाया रहता है। बागेश्वर धाम सरकार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी कहते हैं। जोकि मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले से हैं। चलिए आज हम आपको पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जीवन परिचय बताते हैं।
कौन है पंडित धीरेंद्र शास्त्री
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर जिले के गढ़ा गांव मे हुआ था। पंडित धीरेंद्र शास्त्री बचपन से ही गांव में रहते थे। उनका जीवन काफी सीधा साधा था। साथ ही पंडित धीरेंद्र शास्त्री काफी गरीब परिवार से थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल से हुई थी। लेकिन बचपन से ही उनकी भक्ति में काफी रुचि थी। इस वजह से वह गांव में रामचरित्र मानस और सत्यनारायण कथा सुना कर अपना और अपने परिवार का पेट पालते थे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री अविवाहित हैं। हालांकि एक अफवाह इन दिनों बहुत फैल रही है कि उनकी शादी जया किशोरी से होगी। यह बिल्कुल गलत खबर है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी कहां है कि जया किशोरी उनकी बहन समान है।
जीवन परिचय
पूरा नाम | पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री |
उपनाम | बागेश्वर महाराज |
अन्य उपनाम | बागेश्वर धाम सरकार, बालाजी महाराज |
जन्मतिथि | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान | मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में |
प्रमुख मित्र | शेख मुबारक एवं राजाराम |
भाषा | संस्कृत,हिंदी, अंग्रेजी,बुंदेली |
पिता का नाम | रामकृपाल गर्ग |
माता का नाम | सरोज गर्ग |
इनके गुरु | दादाजी महाराज सन्यासी बाबा |
मंदिर | श्री बालाजी हनुमान |
व्यवसाय | बागेश्वर धाम सरकार, कथावाचक |
आयु | 26 वर्ष |
धर्म | हिंदू धर्म |
शिक्षा | बीए कला वर्ग से |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
कुल नेटवर्थ | 19.5 करोड़ रुपए |
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कैसे बन गए बागेश्वर धाम सरकार
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के परिवार का माहौल बचपन से ही धार्मिक आस्थाओं से जुड़ा हुआ था। जिसका प्रभाव उन पर भी पड़ा। इस वजह से बचपन से ही धीरेंद्र शास्त्री भगवान की भक्ति में लीन हो गए। फिर उन्होंने दादा भगवान दास गर्ग जैसे संत को अपना गुरु बनाया। उनकी छत्रछाया का धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर काफी प्रभाव पड़ा। क्योंकि दादा भगवान दास बागेश्वर धाम से जुड़े हुए थे। इसलिए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उनसे जुड़ कर, दरबार का हिस्सा बन गए। दिव्य दरबार का हिस्सा बनने के बाद, लोग उनके कथा वचनों को पसंद करने लगे। देखते ही देखते बागेश्वर धाम में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री काफी प्रसिद्ध हो गए। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने कथा वचनों में बताते हैं कि उन्हें जो भी सिद्धियां प्राप्त हुई है वह उनको, उनके गुरु दादा भगवान दास गर्ग जी के आशीर्वाद से हुई हैं।
कैसे चमत्कारी है बागेश्वर धाम
बता दें कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बागेश्वर धाम काफी चमत्कारी है। दावा किया जाता है कि यहां पर जो भी भक्त अपनी अरजीया लेकर आते हैं, उनको धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हनुमान जी के पास ले जाते हैं। जिसके बाद भक्तों की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसलिए पंडित धीरेंद्र शास्त्री को चमत्कारी बाबा के नाम से भी जाना जाता है। आपने यूट्यूब वीडियो में भी देखा होगा, कि बागेश्वर धाम सरकार अरजियो को बिना जाने, भक्तों को उनकी अर्जियां बता देते हैं। जिसके बाद उनकी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।