हरियाणा : नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के कुछ दिनों बाद राज्य प्रशासन ने टौरू शहर में बुलडोजर की कार्रवाई की है। बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में गुरुवार शाम को क़रीब 200 झोपड़ियों को हटाया गया। नूंह एसपी वरुण सिंगला ने शुक्रवार को एएनआई से कहा कि अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई की गई है, सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। सिंगला का अब तबादला कर दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई कार्रवाई लगभग चार घंटे तक चली। आधिकारिक बयान के अनुसार यह कार्रवाई हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी के निर्देशन में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत की गई।
कार्रवाई के दौरान इलाके की कुछ महिलाओं ने अतिक्रमण अभियान का विरोध करने का प्रयास किया। हालाँकि, मौजूद बलों द्वारा रोक दिया गया। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि प्रशासन को इलाक़े में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी प्रवासियों के बारे में जानकारी मिली थी और इनके विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की भी जानकारी मिली थी। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि लगभग एक एकड़ भूमि में 250 से अधिक झोपड़ियाँ बनी हुई थीं और बांग्लादेश के ‘अवैध’ आप्रवासी कथित तौर पर पिछले चार वर्षों से यहाँ रह रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार सीएम ने इस कार्रवाई का आदेश दिया था।
इसी आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने टौरू में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने के आरोप में रहने वाले अप्रवासियों की झोपड़ियों को ढहा दिया। हालाँकि, बुलडोजर की कार्रवाई को कथित दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई के रूप में भी देखा जा रहा है। बता दें कि कुछ लोगों ने पहले आरोप लगाया था कि झड़पों में आप्रवासी शामिल थे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने दो दिन पहले ही संकेत दिया था कि योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश की तर्ज पर हरियाणा में भी बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी।