Jaipur Heritage Mayor : नगर निगम हेरिटेज मैं पिछले करीब डेढ़ साल पहले उठी अल्पसंख्यक महापौर बनाने की मांग पर अब लग सकती है मुहर. नगर निगम हेरिटेज के मुस्लिम पार्षदों ने करीब डेढ़ साल पहले हस्ताक्षर अभियान चलाकर मुस्लिम महापौर बनाने की पुरजोर मांग की थी. ऐसे में अल्पसंख्यक समुदाय की इस मांग पर अब मुहर लगने की पूरी संभावना है. क्योंकि नगर निगम हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण निलंबन के बाद पिछले करीब 50 घंटों से हेरिटेज मेयर की कुर्सी खाली है. ऐसे में अब नए मेयर की ताजपोशी के लिए क्षेत्र के दोनों विधायक और मंत्री लगातार मंथन कर रहे हैं. वही कुर्सी खाली होने के बाद महिला ओबीसी सीट होने के चलते एक बार फिर मुस्लिम समुदाय के पार्षद, मुस्लिम महापौर बनाने की मांग को पुरजोर तरीके से उठा रहे हैं.
महापौर की कुर्सी को लेकर रस्साकशी
मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद नगर निगम हेरिटेज में एक बार फिर से महापौर की कुर्सी खाली होने के बाद महापौर के लिए रस्साकशी शुरू हो गई. हालांकि कांग्रेस पार्षदों में मुस्लिम पार्षदों का अधिक बोलबाला होने के चलते मुस्लिम महापौर बनाने की मांग की जा रही है. वहीं क्षेत्रीय विधायक भी अंदर खाने अपने-अपने पार्षदों को महापौर की कुर्सी पर अपना मेयर काबिज करवाने की जुगत में लगे हुए हैं. हालांकि किशनपोल विधायक अमीन कागजी व आदर्श नगर विधायक रफीक खान दोनों अल्पसंख्यक समुदाय से होने के चलते, चाहते तो है कि मेयर की कुर्सी पर मुस्लिम काबिज भी हो. लेकिन दोनों ही विधायक अपने क्षेत्र के पार्षद को विधायक बनाने के खिलाफ नजर आ रहे हैं.
इस रस्साकशी में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दोनों ही विधायक महापौर की कुर्सी की बॉल को एक दूसरे के पाले में फेंकते नजर आ रहे हैं. क्योंकि की विधायक अमीन कागजी चाहते हैं कि आदर्श नगर क्षेत्र की निर्दलीय पार्षद राबिया गुडेज मेयर बने व विधायक रफीक खान चाहते हैं कि किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से की पार्षद नसरीन बानो मेयर बने. वही मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी जोड़-तोड़ में हैं कि मुस्लिम महापौर बन जाए. उसके बाद वह अपने विधानसभा क्षेत्र से अपने करीबी को उपमहापौर बनाने के लिए प्रयासरत है. इस रस्साकशी में अकेले पड़े मंत्री महेश जोशी फिलहाल चुप्पी सादे हुए हैं. क्योंकि निलंबित मेयर मुनेश गुर्जर महेश जोशी की करीबी मानी जाती है. व मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद बाकी तीनों विधायक एक राय होते नजर आने के चलते महेश जोशी हवामहल से अपना मेयर नहीं बना पाएंगे. लेकिन वर्तमान में उपमहापौर पद मंत्री महेश जोशी विधानसभा क्षेत्र से आनेवाले व करीबी पार्षद फारूकी बैठे हैं. फारूकी की कुर्सी बचाने व आगे बनने वाली समितियों में अपने चेयरमैन बनाने को लेकर वह भी पीछे हटने वाले नहीं है.
हालांकि नए महापौर की ताजपोशी को लेकर सभी विधायक चुप्पी साधे हुए हैं. लेकिन अपने-अपने महापौर बनाने की जुगत में लगे हुए हैं. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ही कार्यवाहक बनाने का फैसला करेंगे और उनका फैसला ही सर्वमान्य होगा. ने कहा कि पूर्व में भी पार्षदों ने अल्पसंख्यक महापौर बनाने की मांग की थी. मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद सभी पार्षदों को एक उम्मीद बंधी है ऐसे में हम मुख्यमंत्री से वार्ता भी करेंगे और किसी भी शिक्षित व समझदार महिला को मेयर बनाने के लिए क्षेत्र के सभी विधायक व मंत्रियों से बात करके प्रयास करेंगे.
महापौर बनाने का सरकार का फैसला
वहीं पार्षद उम्र दराज का कहना है कि कार्यवाहक महापौर बनाने का सरकार का फैसला है. लेकिन सरकार को पार्षदों की भावनाओं को ध्यान में रखना चाहिए,, पूर्व में भी सभी पार्षदों ने मुस्लिम महिला को महापौर बनाने की मांग की थी. वह एक बार फिर से कुर्सी खाली होने के बाद मुस्लिम महिला को मेयर बनाने की मांग पुरजोर से उठ रही है. सभी पार्षद एकजुट होकर मांग कर रहे हैं. ऐसे में सरकार को किसी योग्य महिला को कार्यवाहक मेयर बनाना चाहिए. लेकिन साथ साथ दोनों पदों पर अल्पसंख्यक पदाधिकारी नहीं रह सकते ऐसे यदि महापौर अल्पसंख्यक की बनाई जाती है तो उपमहापौर फिर से बदलकर बहुसंख्यक समुदाय का बनना चाहिए.
ऐसे में अल्पसंख्यक समुदाय की मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार मुस्लिम महिला को महापौर का ताज पहन सकती है. तो नसरीन बानो व रेशमा कुरेशी क नाम दौड़ में सबसे ऊपर माना जा रहा है. हालांकि पार्टी निर्दलीय समर्थित महिला को प्राथमिकता देती है तो राबिया गुडेज को भी दौड़ में शामिल माना जा रहा है. वही बहुसंख्यक ओबीसी महिला की बात की जाए तो सुनीता महावर महापौर की रेस में सबसे आगे है. हालांकि नगर निगम हेरिटेज में वर्तमान में चारों विधानसभाओं से तकरीबन एक दर्जन महिला ओबीसी पार्षद है. जो की उम्मीद जताई बैठी है. और इस दौड़ में आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय पार्षद राबिया गुडेज ने खुलकर अपनी दावेदारी जता दी हैं. सभी विधायकों एवं मंत्री से उन्हें महापौर बनाने की मांग भी कर दी. खुद को वरिष्ठ, शिक्षितव योग्य बताते हुए राबिया गुडेज न महापौर बनने की दावेदारी जताई.
हालांकि मुस्लिम समुदाय की मांग पर सरकार मुस्लिम महापौर बनना भी देती है तो विवाद और बढ़ने की संभावना है. क्योंकि उपमहापौर पहले से मुस्लिम समुदाय के हैं ऐसे में दोनों पदों पर मुस्लिम समुदाय के लोग होने से आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है. साथ ही उपमहापौर से इस्तीफा दिलवा कर बहुसंख्यक को उपमहापौर बनाना भी आसान राह नजर नहीं आ रही. क्योंकि उपमहापौर असलम फारूकी मंत्री महेश जोशी के करीबी माने जाते हैं. जिससे कि तीनों विधायकों के निर्णय के खिलाफ जाने की पूरी संभावना बनी हुई है .
हालांकि 9 अगस्त को राहुल गांधी के मानगढ़ दौरे के चलते तमाम मंत्री विधायक राहुल गांधी के दौर में व्यस्त हो गए. जिसके चलते 10 अगस्त तक नगर निगम हेरिटेज की महापौर का निर्णय स्थगित हो गया. लेकिन 10 अगस्त को किसको मेयर बनाया जाता है यह तो लोगों को इंतजार है ही. लेकिन दोनों विधायक और दोनों मंत्री कैसे एकजुट एक राय होकर आसानी से निर्विरोध महापौर बनाते हैं. यह सब के लिए इंतजार का विषय है.