सीकर : शुक्रवार को बीकानेर जिले के डूंगरगढ तहसील के मोमासर ग्राम में 6 ज्वेलर्स की दुकान पर हुई डकैती की घटना के बाद रामगढ़ कस्बे में डकैतों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में एक डकैत की गोली लगने से मौत हो गई। वहीं सात डकैत फरार हो गए, जिसके बाद शुक्रवार दिन भर चले सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस ने डकैती में शामिल तीन डकैतों को गिरफ्तार कर लिया।
चार डकैत अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। शनिवार शाम जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडीजी क्राइम एमएन दिनेश, सीकर एसपी प्रकाश शर्मा, चुरु एसपी राजेश मीणा भी मौजूद रहे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई चौंकाने वाली बातें भी सामने निकल कर आई।
लूट में गैंग का सरगना भी मक्खन भी था
डकैती के बाद फरार हुए बदमाशों में पुलिस ने जब 3 बदमाशों को पकड़ा और उनसे पूछताछ की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आया। उन्होंने बताया कि मखन गैंग का मुखिया मक्खन भी इस लूट में शामिल था। कई जिलों के थानों में 28 केस दर्ज है और मक्खन गैंग पिछले कई सालों से मक्खन अपनी गैंग चला रहा है, जो कई जिलों में ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रही है।
मारे गए सुरेश मीणा पर 20 क्रिमिनल केस
पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में मारे गए सुरेश मीणा पर पुलिस के अनुसार 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह पिछले काफी समय से वांटेड चल रहा है। पुलिस को लंबे समय से सुरेश मीणा की तलाश थी।।
पुलिस ने बताया कि कुल 8 बदमाश इस लूट में शामिल थे। रामगढ़ क्षेत्र में मुठभेड़ होने के बाद मक्खन गैंग के सुरेश मीणा को गोली लगने से मौत हो गई। बाकी फरार हो गए थे।
सर्च ऑपरेशन में गिरफ्तार हुए गुर्गे
1. सुनील पुत्र मंगल चंद, निवासी गावंडी, थाना सदर नीमकाथाना, जिला सीकर।
2. विजय पुत्र झंडूराम, निवासी माधोगढ़, पुलिस थाना बबई, जिला झुंझुनू।
3. रविंद्र पुत्र चौथमल, निवासी दमपुरा, थाना अजीतगढ़, जिला सीकर।
एनकाउंटर में तीन को लगी गोली, एक की मौत
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान पुलिस द्वारा चलाई गई गोलियों से 3 बदमाशों को गोली लगी, जिसमें से एक बदमाश सुरेश पुत्र कानाराम की मौत हो गई। वहीं रविंद्र पुत्र चौथमल को गोली लगी, जिसे इलाज के लिए पहले सीकर और फिर सीकर से जयपुर के लिए रेफर कर दिया गया। विजय पुत्र झंडूराम मीणा को भी गोली लगी, लेकिन गोली पीछे से पीठ को चीरते हुए वापस निकल गई।
अपराधियों के आपराधिक रिकॉर्ड
- मक्खन मीणा- 28 क्रिमिनल केस
- सुरेश मीणा- 18 क्रिमिनल केस
- विक्रम गुर्जर- 2 क्रिमिनल केस
- रविंद्र मीणा- 1 क्रिमिनल केस
- सुनील सैनी- 7 क्रिमिनल केस
- विजय मीणा- 9 क्रिमिनल केस
पुलिस और डकैतों का 8 बार हुआ आमना-सामना
मोमासर से लेकर रामगढ़ शेखावाटी तक ढाई घंटे तक पुलिस और बदमाशों का कुल 8 जगह आमना-सामना हुआ। पुलिस ने 8 राउंड बदमाशों पर फायर किए। वहीं कई राउंड फायर पुलिस पर भी अपराधियों की ओर से किए गए।
लूट की ज्वेलरी और हथियार हुए बरामद
पुलिस ने अपराधियों से डकैती के दौरान लूटे गए सोने-चांदी के जेवरात बरामद हुए। वहीं देसी कट्टा, शटर काटने के लिए कटर, लोहे के सफल, लोहे की चैन, कई अलग-अलग तरह के टूल्स और बोलेरो कैंपर भी बरामद की गई है।
डकैतों को रोकने के लिए थानाधिकारी ने लगाया आगे ट्रक
डकैती की सूचना पाकर रामगढ़ थाना अधिकारी हेमराज मीणा रामगढ़ हाईवे पर पहुंचे। जिस ओर से डकैतों की गाड़ी आने की सूचना मिली वहां पर हाईवे पर एक ट्रक को रुकवा कर रास्ते के ऊपर खड़ा कर दिया। ऐसे में जैसे ही डकैतों की गाड़ी रामगढ़ हाईवे के नजदीक पहुंचती है। ट्रक को देखकर वह वापस यू-टर्न कर लेती है, जिसके बाद पीछे से आ रही पुलिस की गाड़ियों और अपराधियों का आमना-सामना होता है। अपराधी गाड़ी छोड़कर बीहड़ में भाग जाते हैं।
चार डकैतों की अभी भी पुलिस को तलाश
डकैती में कुल आठ डकैत शामिल थे ऐसे में मुठभेड़ में एक डकैत की मौत के बाद तीन को पुलिस ने पकड़ लिया। अभी भी चार डकैतों पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस ने कई टीमें बनाई हैं।
रेंज आईजी ने ग्रामीणों का जताया आभार
जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने कहा कि पूरे सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने तो बेहतर काम किया। इसके ही साथ ही में आसपास क्षेत्र के ग्रामीण जनों ने भी जिस तरीके से पुलिस का साथ निभाया यह काबिले तारीफ है। ग्रामीणों के चलते ही पुलिस को इतनी बड़ी सफलता हाथ लग पाई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह रहे मौजूद
रामगढ़ थाने में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता, एडीजी क्राइम एमएम दिनेश, सीकर एसपी करण शर्मा, चुरु एसपी राजेश मीणा, एडिशनल एसपी रामचंद्र मूंड,रामगढ़ थाना अधिकारी हेमराज मीणा, डीवाईएसपी राजेश कुमार विद्यार्थी, सहित अन्य 1 दर्जन से अधिक स्थानों के इंचार्ज मौजूद रहे।