खेतड़ी : खेतड़ी विरासत के ऐतिहासिक भवनों का निरीक्षण करने के लिए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित टीम खेतड़ी पहुंची। इस दौरान उन्होंने भोपालगढ़ के किले सहित खेतड़ी में बने ऐतिहासिक महलों की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया।
तहसीलदार विवेक कटारिया ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर खेतड़ी रियासत में बने ऐतिहासिक भवनों की वास्तविक स्थिति जाने के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जिस पर टीम के सदस्यों ने खेतड़ी में बने ऐतिहासिक दार्शनिक स्थलों का निरीक्षण कर उनकी वास्तविक स्थिति का जायजा लिया।
इस दौरान दिल्ली से आई टीम ने खेतड़ी के पहाड़ी पर बने ऐतिहासिक भोपालगढ़ के किले, सुख महल, जय निवास कोठी, अमर हॉल सहित विरासत के समय बनाए गए ऐतिहासिक भावनाओं का निरीक्षण किया गया।
रियासत काल में ऐतिहासिक भवनों को हुआ निर्माण
खेतड़ी में रियासत कालीन समय के दौरान अनेक ऐतिहासिक भवनों का निर्माण करवाया गया था, लेकिन संपत्ति का विवाद होने व ऐतिहासिक इमारतों की देखरेख नहीं होने के कारण वह काफी जर्जर हो गई थी। खेतड़ी के अंतिम राजा सरदार बहादुर सिंह की मृत्यु के बाद से ही संपत्ति को लेकर सरकार व ट्रस्ट के बीच विवाद चल रहा था। जिसको लेकर पिछले काफी समय से न्यायालय में संपत्ति को लेकर केस चल रहा था। खेतड़ी पर्यटन के रूप में अपनी एक अलग पहचान रखता है।
जीर्णोद्धार होने पर पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
यदि जर्जर हो रही ऐतिहासिक भवनों का जीर्णोद्धार करवाया जाएगा। पर्यटन के अधिक स्त्रोत होने से पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। खेतड़ी अपनी खोई हुई पहचान दोबारा से वापस ला सकती है। इसके अलावा खेतड़ी में बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन के शुरू होने से भी पर्यटकों का आवागमन शुरू होने लगा है।
तहसीलदार कटारिया ने बताया कि निरीक्षण के लिए आई टीम ने दो दिन तक खेतड़ी के ऐतिहासिक भवनों का निरीक्षण कर वास्तविक स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान टीम में गुरमीत रॉय, तहसीलदार विवेक कटारिया, पटवारी सुमेर सिंह, अविनाश जौहरी, चैयन सिंह, अमित पटवारी, राम सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे।