नई दिल्ली: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को लेकर खींचतान तेज हो गई है। दिग्गज नेताओं की बगावत के बाद जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी से निकाला तो वहीं उनके भतीजे अजित पवार ने NCP पर खुद का दावा ठोकते हुए नई टीम का ऐलान कर दिया। अजित ने सुनील तटकरे को NCP का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल ने इसकी घोषणा की।
सुनील तटकरे महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष नियुक्त
प्रफुल्ल पटेल ने कहा- सुनील तटकरे को पार्टी में संगठनात्मक बदलाव करने का अधिकार होगा। इसके साथ ही पटेल ने जयंत पाटिल को एनसीपी से हटा दिया। प्रफुल्ल पटेल ने कहा- हमें उन्हें उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर रहे हैं। मैं सुनील तटकरे को एनसीपी का महाराष्ट्र अध्यक्ष नियुक्त कर रहा हूं। प्रफुल्ल पटेल ने आगे कहा- हम शरद पवार से हाथ जोड़कर अनुरोध करते हैं कि वह हमें अपना आशीर्वाद दें क्योंकि वह हमारे गुरु हैं। हमने अजित पवार को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना है। हमने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को अपने फैसले के बारे में सूचित कर दिया है।
पाटिल और आव्हाड को अयोग्य घोषित करने के लिए भेजा आवेदन
वहीं उप मुख्यमंत्री और एनसीपी के बागी नेता अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायकों पर कार्रवाई के संबंध में कहा- मुझे मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि हमारे 9 विधायकों पर कार्रवाई की गई है। इस संदर्भ में हमने जयंत पाटिल और जितेंद्र आव्हाड को अयोग्य घोषित करने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को एक आवेदन भेजा है।
36 विधायकों के समर्थन की जरूरत
एनसीपी पर अजित-शरद के दावों के बाद अब बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि एनसीपी किसकी होगी। बता दें कि अजित को पार्टी और इसके सिंबल हासिल करने के लिए एनसीपी के 53 में से 36 विधायकों का समर्थन चाहिए। यदि वे ऐसा करने में सफल हो गए तो शरद पवार से पार्टी छिनने का खतरा बढ़ जाएगा। दावा किया जा रहा है कि अजित के साथ 40 विधायक हैं।