जयपुर : विवाद के कारण नए जिलों का नोटिफिकेशन अटका:राजस्व मंत्री बोले- नए जिलों में किसी क्षेत्र को जबरदस्ती शामिल नहीं करेंगे

जयपुर : नए जिलों की सीमाओं को लेकर चल रहे विवाद के कारण फिलहाल नोटिफिकेशन अटक गया है। नए जिलों की सीमाओं का विवाद दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ने राजस्व मंत्री रामलाल जाट को जिम्मेदारी दी है। अब राजस्व मंत्री विधायकों और स्थानीय नेताओं से चर्चा करके जिलों की बाउंड्री पर विवाद को सुनेंगे। विवाद दूर होने के बाद ही नए जिलों का नोटिफिकेशन होगा। पहले 30 जून को नए जिलों का नोटिफिकेशन जारी करने की तैयारी थी लेकिन विवादों के समाधान होने तक मुख्यमंत्री ने इसे आगे के लिए टाल दिया।

अब जिलों की सीमाओं का विवाद सुलझाने के बाद ही नए जिलों के नोटिफिकेशन जारी होंगे। पहले जनगणना के कारण 1 जुलाई से नई प्रशासनिक यूनिट पर रोक लगने वाली थी लेकिन इस सीमा को अब 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। अगर यह सीमा नहीं बढ़ती तो सरकार को 30 जून को नोटिफिकेशन जारी करना पड़ता लेकिन अब समय सीमा आगे बढ़ने के बाद सरकार ने रणनीति बदल दी, और सीमाओं का विवाद दूर होने के बाद नोटिफिकेशन जारी करने की रणनीति बना ली।

राजस्व मंत्री रामलाल जाट बोले- जिलों की सीमाएं तय करने में लोगों की राय को अहमियत दी जाएगी

राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री साफ कर चुके हैं कि नए जिलों की सीमाएं तय करने में जनता की भावनाओं का ध्यान रखा जाएगा। किसी क्षेत्र को जबरदस्ती शामिल नहीं किया जाएगा। नेताओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की राय लेकर सबकी सहमति से काम करेंगे। लोगों की राय का सम्मान करेंगे। जल्द ही जिलों की सीमाओं से जुड़े विवाद दूर हो जाएंगे।

विधायक और स्थाानीय नेताओं का विरोध जारी

नए जिलों की सीमाओं को लेकर कई मंत्री और विधायक विरोध कर रहे हैं। सबसे ज्यादा विरोध दूदू जिले काेे लेकर सामने आ रहा है। दूदू में दूदू,फागी और मोजमाबाद के अलावा बाकी किसी भी क्षेत्र के लोग शामिल होने को तैयार नहीं है। इस मुद्दे ने अब तूल पकड़ लिया है। मंत्री लालचंद कटारिया ने जोबनेर और आसपास के क्षेत्र को दूदू में शामिल करने का खुलकर विरोध किया है। चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी चाकसू विधानसभा क्षेत्र में आने वाले माधोराजपुरा को दूदू में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं, माधोराजुपरा के लोग विरोध में धरने पर बैठे हैं। सांभर फुलेरा क्षेत्र के लोग पिछले दिनों उग्र प्रदर्शन कर चुके हैं। शाहपुरा, नीमकाथाना, खैरथल, जयपुर और जोधपुर में भी विवाद है।

राजस्व मंत्री को विवाद खत्म करने का टास्क

मुख्यमंत्री ने जिलों की सीमाओं से जुड़े विवाद को खत्म करने का टास्क राजस्व मंत्री रामलाल जाट को दिया है। अब जिलों की सीमाओं से जुड़े विवादों को सुलझाने के लिए रामलाल जाट स्थनीय नेताओं से मिलेंगे। कई नेताओं ने राजस्व मंत्री से मुलाकात की है। चाकसू क्षेत्र के माधोराजपुरा के लोगों ने आज राजस्व मंत्री से मुलाकात करके दूदू में नहीं शामिल करने की मांग की।

वेदप्रकाश सोलंकी बोले- दूदू काे चाहे राज्य बना दीजिए लेकिन हम उसमें शामिल नहीं होंगे

कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने चाकसू क्षेत्र के माधोराजपुरा को दूदू जिले में शामिल करने का जमकर विरोध किया है। सोलंकी ने कहा- दूदू को जिला ही क्यों संभाग या राज्य बना दीजिए लेकिन हमारे क्षेत्र के लोग इसमें शामिल नहीं होना चाहते हैं। चाकसू क्षेत्र का एक भी गांव कस्बा दूदू में नहीं जाना चाहता, हमें दूदू को जिला बनाने से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन हम उसमें नहीं जाएंगे।

विधायक नागर बोले- कुछ अपरिपक्व नेताओं ने निजी फायदे के लिए लोगों को भड़काया

दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने विरोध कर रहे नेताओं पर पलअवार किया। नागर ने कहा- जहां तक जिले का मामला है ताे दूदू ऐसी जगह बसा है जिसके 60 किलोमीटर की परिधि में 17 लाख की आबादी है। हमार कुछ पड़ौसी हैं, कुछ अपरिपक्व लाेगों ने निजी फायदे के लिए लोगों को भड़काकर माहौल खराब कर दिया। जब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सबकी भावनाओं का सम्मान किया जाएगा तो इस विरोध करा औचित्य नहीं बनता है।

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