झुंझुनूं : प्राणी मात्र अपने लक्ष्य की प्राप्ति अपने कर्मों से प्राप्त करता है – संतोष गोस्वामी महाराज

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल

झुंझुनूं : झुन्झुनू स्थित चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के आज दिव्तीय दिन अयोध्या से पधारे संतोष गोस्वामी महाराज ने पांडवों की वंशावली का सुन्दर वर्णन करने के साथ मनुष्य के कर्मों द्वारा लक्ष्य की प्राप्ति को लेकर बहुत ही रोचक ढंग से चित्रण किया । मनुष्य को लक्ष्य की प्राप्ति को लेकर प्रयास करने को लेकर महाराज ने कहा कि मनुष्य का एकमात्र लक्ष्य होता है सचिदानंद की प्राप्ति ।

भागवत गीता भी यही कहती हैं कि मानव जीवन का परम लक्ष्य परमेश्वर की प्राप्ति है । लेकिन आपका जो मूल स्वरुप है आप जिसके अंश है वहीं परमेश्वर है । हम धनवान होंगे इसमें शंका हो सकती है लेकिन जीवन की गाड़ी कब छूटेगी इसमें कोई शंका नहीं । मनुष्य के जीवन में लक्ष्य प्राप्ति के लिए क्रिया शक्ति और ज्ञान शक्ति का समन्वय होना अति आवश्यक है । इस संसार में ऐसा कोई प्राणी पैदा नहीं हुआ जो बिना क्रिया के, बिना कर्म के रह सके । शास्त्र भी यही कहते हैं कि ज्ञानी महापुरुष सत्कर्म करते है । क्योंकि उनको देखकर दूसरे उनका अनुसरण करते हैं । यदि आप में कर्म करने की शक्ति है तो ज्ञान, भक्ति और योग से सुसज्जित करके कि ज्ञान संयुक्त कर्म जीवनदाता तक पहुंचा दे । भगवान श्रीकृष्ण के जीवन में देखे तो कितनी सारी क्रियाएं हैं लेकिन ज्ञान संयुक्त क्रियाएं हैं ।

आज की इस कथा में अमित पांडे सुभाष खाजपुरिया राधेश्याम खाजपुरिया शिवचरण पुरोहित गोपी पुरोहित उमाशंकर महमिया विजय पार्षद गुड्डू पुरोहित आदि उपस्थित थे

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