झुंझुनूं-सिंघाना(डूमोली खुर्द) : हरियाणा-राजस्थान की चिकित्सा विभाग की पीसीपीएनडीटी टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए सिंघाना थाना क्षेत्र के डूमोली खुर्द में दबिश देकर लिंग परीक्षण की जांच करने के मामले में दो जनों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान पीसीपीएनडीटी की टीम ने लिंग परीक्षण के काम आने वाली मशीन को भी जब्त किया है। साथ हीगिरफ्तार आरोपियों को सिंघाना थाने में लाकर राजस्थान स्टेट टीम को सौंपा गया है।
रोहतक पीसीपीएनडीटी टीम के नोडल अधिकारी विकास सैनी ने बताया कि पिछले कई दिनों से रोहतक की गर्भवती महिलाओं का नारनौल क्षेत्र में ले जाकर अल्ट्रासाउंड द्वारा भ्रूण लिंग जांच करने की सूचनाएं मिल रही थी। जिस पर रोहतक और सिविल सर्जन नारनौल की टीम की ओर से संयुक्त रुप से दबिश देने का फैसला लिया गया। इस दौरान पीसीपीएनडीटी टीम ने एक चार माह की गर्भवती महिला को कार्रवाई के लिए डमी ग्राहक तैयार कर लिंग परीक्षण करवाने वाले एजेंट के साथ जाने का सौदा तय किया।
इस दौरान एजेंट अलवर निवासी ने 50 हजार रुपए की डिमांड की और बुधवार को सुबह 4 बजे अलवर जिले के काठुवास टोल के पास पहुंचने के लिए कहा। पीसीपीएनडीटी टीम को सूचना सही साबित होने पर नकली ग्राहक महिला को 50 हजार रुपए देखकर एजेंट के पास भेजा और अलग अलग गाड़ियों में सवार होकर एजेंट के अनुसार बताएं स्थान पर पहुंच गए। इस दौरान एजेंट एक सफेद कलर की बोलेरो लेकर वहां पहुंचा और महिला को गाड़ी में बैठा कर नारनौल के महावीर चौक स्थित सन प्लाजा पर आने के लिए कहा।
इस दौरान नारनौल की टीम से संपर्क कर कार्रवाई को अंजाम देने की तैयारी की गई तो कुछ ही देर में एजेंट महिला को लेकर नारनौल से सिंघाना रोड पर चल पड़ा, जिसकी पीसीपीएनडीटी टीम लगातार पीछा कर रही थी। इस दौरान एजेंट गाड़ी में पहले से ही एक अन्य महिला को बैठा रखा था जो भ्रूण लिंग जांच करवाने के लिए एजेंट के साथ आई हुई थीं। इस दौरान एजेंट अपनी गाड़ी से उनको लेकर राजस्थान की सिंघाना क्षेत्र में प्रवेश किया और डूमौली में एक दूध की डेरी पर पहुंचा।
इस दौरान डूमोली खुर्द के खेतों में बनी उदय सिंह पुत्र महावीर की दूध डेरी पर एक काले रंग की एक्टिवा स्कूटी पर पीठ पर थैला लटका कर एक व्यक्ति अल्ट्रासाउंड की मशीन लेकर आया और कमरे में ले जाकर महिला की पोर्टेबल अल्ट्रासाऊंड मशीन से जांच कर लड़की होना बताया।
इसके बाद एजेंट द्वारा अपने साथ लाई गई दूसरी महिला की जांच कर उसे लड़का होना बताया। इस दौरान पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा भेजी गई महिला ने इशारा किया तो दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर अंजाम देने का प्रयास किया. तो एजेंट अपनी बोलेरो गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया।
इस दौरान टीम ने अल्ट्रासाउंड करने वाले व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना नाम अवधेश पांडे पुत्र कुमार शंकर पांडे निवासी खेतड़ी होना बताया। पीसीपीएनडीटी की टीम ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पैंट की जेब में 10 हजार रुपए पाए गए जो पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा गर्भवती महिला को दिए गए थे।
नोडल अधिकारी विकास सैनी ने बताया कि अवधेश पांडे पर दो मामले नारनौल में तथा पांच मामले राजस्थान में दर्ज है और उसके पास मिली पोर्टेबल मशीन का पंजीकरण होना भी नहीं पाया गया। इसके अलावा अवधेश पांडे पीसीपीएनडीटी एक्ट के अनुसार सोनोग्राफी करने की शैक्षणिक योग्यता भी नहीं है। जिस पर टीम ने अवधेश पांडे व डेयरी मालिक उदय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान सिंघाना थानाधिकारी भजनाराम मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे। कार्रवाई में रोहतक पीसीपीएनडीटी सैल के डॉ. विकास सैनी, डॉ देवेंद्र सभरवाल, डॉ. विशाल चौधरी, डॉ. विजय, डॉ. जोगेंद्र, नारनौल से डॉ. हर्ष चौहान, अशोक कुमार, झुंझुनू आरसीएचओ डॉ. दयानंद सिंह, दिनेश कुमार, चंद्रभान यादव आदि शामिल थे।
नेपाल से सवा लाख रुपए में लेकर आता था सोनोग्राफी मशीन
पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा अवैध रूप से लिंग परीक्षण करने के मामले में हिरासत में लिए गए अवधेश पांडे ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। टीम द्वारा पूछताछ में सामने आया कि अवधेश पांडे नेपाल से सवा लाख रुपए में सोनोग्राफी करने की पोर्टेबल मशीन लेकर आता है, जिससे वह क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को सुनसान जगह पर ले जाकर लिंग परीक्षण का काम करता है।
आरोपी ने करीब डेढ़ सौ से अधिक लिंग परीक्षण करने की बात कबूल की है। पिछले काफी समय से लिंग परीक्षण के मामले में जेल भी जा चुका है, लेकिन काफी समय से धंधे से जुड़ा होने के कारण लगातार अंजाम दे रहा है। आरोपी ने बताया कि वह एक बार लिंग परीक्षण करने के 10 हजार रुपए लेता है। कभी झुंझुनू जिले में तो कभी हरियाणा के सीमावर्ती गांव में जाकर लिंग परीक्षण करने की वारदात को अंजाम देता है।