नागौर : ईडी की टीम ने राजस्थान और भारत के विभिन्न राज्यों से लेकर अमेरिका तक के लोगों को सस्ता लोन दिलाने के बहाने करीब 150 करोड़ रुपये ठगने और धोखाधड़ी करने के आरोपी महमूद खान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ताबड़तोड़ कई जिलों में रेड मारी। आरोपी पीओपी कारोबारी के नागौर, बाड़मेर और जैसलमेर स्थित ठिकानों पर छापे डाले गए।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने साल 2021 में नागौर के महमूद खान के खिलाफ 150 करोड़ रुपये की ठगी के दर्ज केस की जांच में मिले ठोस साक्ष्यों के आधार पर छापे डाले। महमूद के खिलाफ फर्जी कंपनी और कॉल सेंटर के जरिए लोगों को सस्ता लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने, फर्जीवाड़ा करने, आर्थिक अपराध, चार सौ बीसी करने, आय से अधिक संपत्ति, कर चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग करने जैसे कई आरोप हैं। ईडी टीम ने नागौर में महमूद खान के भाई शमशेर खां मुन्ना के घर पर रेड मारी। नागौर बाड़मेर और जैसलमेर स्थित ठिकानों पर छापे डाले गए। महमूद खान का भाई सूफी साहब की दरगाह का सदर शमशेर खां मुन्ना है, जिसके नागौर निवास पर छापा मारकर ईडी ने करीब छह घंटे तक जांच पड़ताल की, जहां से कई दस्तावेज भी ईडी ने बरामद किए हैं।
विदेशी लोगों से भी की ठगी, आरोपी के ठिकानों और भाई के घर भी रेड
ठगी केवल राजस्थान की जनता से ही नहीं, बल्कि कई विदेशी लोगों के साथ भी की गई है। ऐसा जांच में पता चला है। ईडी ने पिछले दिनों केस में पूछताछ के लिए महमूद खान को ईडी मुख्यालय पर बुलाया, तो महमूद खान ने लेटर भेजकर ईडी को बताया था कि वो किसी काम से विदेश दौरे पर गया हुआ है। ईडी को जानकारी मिली कि महमूद खान और उसके भाई राजस्थान में ही हैं। इसके बाद महमूद खान के नागौर आवास के साथ ही जैसलमेर और बाड़मेर में उसकी पीओपी की फैक्ट्री के अंदर रेड डाली गई। इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों ने पूरे परिसर की घेराबंदी की।
अमेरिकन लोगों से भी ठगी, राजस्थान एसओजी भी कर चुकी जांच
सूत्र बताते हैं कि महमूद खान ने एक संगठित गिरोह बनाकर ठगी की वारदात की। इसके लिए अलग-अलग जगह फर्जी कॉल सेंटर भी स्थापित किए गए। महमूद खान अपने भाइयों के साथ मिलकर दिखावे के लिए पीओपी का कारोबार किया, लेकिन उसकी आड़ में महमूद खान के खातों में करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन ईडी को मिला। विदेशों से भी बड़ा अमाउंट उसके खातों में आया। जांच करने पर पता लगा कि महमूद खान सस्ता लोन दिलाने के नाम पर लोगों से फ्रॉड करता है। उसने सैकड़ों लोगों को शिकार बनाया है। कई जगह ऑफिस और कॉल सेंटर बनाए। उसके भाई-रिश्तेदार नागौर, जयपुर, बाड़मेर, जैसलमेर से गिरोह चलकर अमेरिकन लोगों से भी ठगी करते हैं। महमूद का एक भाई शमशेर हज यात्रा पर गया हुआ बताया।
सूत्र बताते हैं दूसरा भाई रफीक भी इस ठगी में शामिल पाया गया है। नागौर के रमजान नाम के युवक की भी इन्वॉल्वमेंट पाई गई है। जो नौकरी करता था। उसके नाम पर भी कई खाते संचालित हैं। जिनमें ठगी की रकम आती थी। राजस्थान एसओजी ने भी इस मामले में पहले जांच की थी।