झुंझुनूं : कैंपर में आए बदमाशों द्वारा फिल्मी स्टाइल में युवती को जबरन गाड़ी में डालकर ले जाने व परिजनों पर लाठी-सरियों से हमला करने के मामले में पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस भी पीड़ित पर ही सख्ती कर रही है। उन्होंने कहा कि गैंग के रूप में इस प्रकार की वारदात के बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने अस्पताल में पीड़ित पक्ष पर ही सख्ती दिखाई। पुलिस यदि पीछा करती तो आरोपियों को पकड़ा जा सकता था।
विधायक चंदेलिया ने चिड़ावा थानाप्रभारी इंद्रप्रकाश यादव के व्यवहार को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि सीआई का जिले में टाइम पूरा हो गया। उनका व्यवहार ठीक नहीं है, वे अपना बोनस के रूप में खेल रहे हैं, उनका जनता के साथ व्यवहार ठीक नहीं है। सीआई वहम में हैं कि मैं जा रहा हूं तो मेरे को क्या पड़ी, उनको समझना चाहिए। पुलिस ने बदमाशों की बजाय पीड़ित परिवार के लोगों को ही दबाने का काम किया है। लड़की को पुलिस जल्द बरामद करे। चिड़ावा डीएसपी शिवरतन गोदारा ने विधायक चंदेलिया को समझाने का प्रयास किया लेकिन अपनी ही सरकार में पुलिस के खिलाफ उनका गुस्सा फूट पड़ा।
चिड़ावा इलाके के श्योपुरा गांव में गुरुवार रात कैंपर व बोलेरो में आए बदमाशों ने एक परिवार पर लाठियों-सरियों से हमला कर 12वीं में पढ़ने वाली नाबालिग का अपहरण कर लिया। बेखौफ बदमाशों ने पीड़ित परिवार के घर के दरवाजे पर गाड़ियों से टक्कर मारी। आवाज सुनकर उठे परिवार पर ताबड़तोड़ लाठियों-सरियों से हमला बोल दिया। हमले में नाबालिग के भाई का सिर फूट गया, उसके 20 टांके आए हैं। माता-पिता को भी चोटें आईं। इसे लेकर पुलिस द्वारा की गई खानापूर्ति के विरोध में लोगों ने थाने का घेराव किया।
परिजनों के मुताबिक अपहर्ताओं से बचने के लिए नाबालिग पड़ोस में रहने वाले रिश्ते के दादा के घर की ओर भागी तो बदमाश उसे जबरन घसीटते हुए गाड़ी तक लेकर आए। जिससे नाबालिगा को भी चोटें आईं। लेकिन जब तक गांव में जाग होती बदमाश नाबालिग को लेकर फरार हो गए। श्योपुरा के बालाजी मंदिर रोड पर रात करीब सवा ग्यारह बजे हुई घटना से आक्रोशित ग्रामीण शुक्रवार अलसुबह पुलिस थाने पहुंच गए। ग्रामीणों ने पुलिस पर रात में बदमाशों की तलाश करने के बजाय परिजनों को धमकाने के आरोप लगाए।
सूचना मिलने पर डीएसपी शिवरतन गोदारा भी सुबह सात बजे ही पुलिस थाने पहुंच गए। इस बीच वहां आए पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया ने भी घटना और पुलिसकर्मियों के व्यवहार को लेकर नाराजगी जताई। श्योपुरा निवासी संदीप पुत्र सूबेसिंह ने बामलास टीबाबसई क्षेत्र निवासी अंकित व दिनेश पुत्र सत्यप्रकाश स्वामी, सुनील यादव लाखू, राजेंद्र, शिवा गुर्जर, योगी व 10-15 अन्य लोगों के खिलाफ मारपीट व नाबालिग के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया है।
अंकित और दिनेश चार-पांच माह पहले ही श्योपुरा में किराए का मकान लेकर अपनी मां के साथ रह रहे थे। इससे पहले ये परिवार चार-पांच साल तक लाखू-अडूका रहा था। आरोपी अंकित की बदमाश किस्म के युवकों से उठ बैठ थी, वे उसके पास श्योपुरा स्थित किराए के मकान पर भी आते-जाते रहते थे। आरोपियों में से एक लाखू निवासी सुनील यादव के खिलाफ चिड़ावा थाने में पांच मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इस वारदात में बाड़मेर जिले के एक युवक भी शामिल बताया जा रहा है।
एएसपी ने चिड़ावा थाने में कैंप किया, टीमें लगी बदमाशों के पीछे : श्योपुरा से नाबालिग बालिका को जबरन अपह्रत कर ले जाने के मामले को लेकर एएसपी डॉ. तेजपाल सिंह सुबह नौ बजे ही चिड़ावा थाने पहुंच गए। एएसपी डॉ. तेजपाल सिंह और डीएसपी शिवरतन गोदारा ने दिनभर पुलिस थाने में कैंप किया। वहीं नाबालिग की बरामदगी के लिए सीआई इंद्रप्रकाश यादव, डीएसटी प्रभारी कल्याणसिंह की अगुवाई वाली पुलिस टीमें सुलताना, चनाना, खेतड़ी इलाकों में बदमाशों के ठिकानों पर दबिश डालती रही।
मामले की गम्भीरता को देखकर पिलानी सीआई रणजीत सेवदा, सूरजगढ़ थानाधिकारी रविन्द्र भी पुलिस जाब्ते के साथ चिड़ावा मौजूद रहे। बदमाश बेखौफ . आक्रोशित ग्रामीण पुलिस थाने के सामने धरने पर बैठे, पिलानी विधायक ने थाने पहुंचकर घटना पर नाराजगी जताई परिवार पर हमला कर नाबालिग बालिका को उठा ले जाने से आक्रोशित परिजन और ग्रामीण शुक्रवार सुबह से चिड़ावा थाना परिसर में धरना देकर बैठ गए।
थाने के प्रवेश द्वार के सामने दरी बिछाकर बैठे रालोपा नेता सुशील डांगी श्योपुरा, सूबेसिह, युवा नेता विक्रांत जाखड़, शंकरलाल, रोहिताश्व, अजय, राजेन्द्र डांगी, उम्मेद, चंद्रभान गोदारा, राजेन्द्र शर्मा, सुभाष-मनोज डांगी, रामप्रताप एवं अन्य ग्रामीणों ने नाबालिगा की बरामदगी होने तक धरना जारी रखने की बात कही। इस दौरान पूर्व प्रधान शेरसिंह नेहरा, सरपंच संघ अध्यक्ष एडवोकेट विनोद डांगी, भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया, पार्षद राजेंद्र कोच, नगेन्द्र बंटी नोवाल पिलानी, संत कुमार भांबू सहित अन्य क्षेत्रीय नेता व जनप्रतिनिधि भी धरनार्थियों के बीच पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से नाबालिग की शीघ्र बरामदगी और बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस से मिलने आश्वासन के बाद रात साढ़े आठ बजे आश्वासन के बाद धरना उठा लिया गया।