बीकानेर-खाजूवाला : खाजूवाला में दलित युवती से गैंगरेप व बेरहमी से हत्या के मामले में खाजूवाला पुलिस की भूमिका सामने आई है। मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई पिछले 10-15 दिन से युवती को परेशान कर रहा था। युवती अपने गांव चक 2केजेडी से कम्प्यूटर कोर्स करने रोज सुबह खाजूवाला में कोचिंग सेंटर पर आती थी। आरोपी उसका पीछा करता था। उसने कोचिंग सेंटर और घर पर यह बात बताई। उसके बाद भाभी के साथ आने लगी, पर आरोपी बाज नहीं आया।
युवती के भाई ने भास्कर को बताया कि थाने के सिपाही मनोज व भागीरथ भी आरोपी के साथ होते थे। सीआई से शिकायत भी की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। तब ही आरोपियों पर कार्रवाई कर दी जाती तो उसकी बहन आज जिंदा होती। अब एसपी व आईजी से सख्त कार्रवाई की मांग की है। युवती के पिता की रिपोर्ट पर कांस्टेबल मनोज, भागीरथ सहित दिनेश बिश्नोई व दाे-तीन अन्य पर केस दर्ज हुआ है। दोनों पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए। जांच एएसपी ग्रामीण दीपक शर्मा करेंगे। लेकिन आक्रोशित लोग थाने पर धरने पर बैठ गए। पोस्टमार्टम नहीं होने दिया।
थाने में घुसने लगे तो पुलिस ने बलपूर्वक रोका। इसके बाद देर रात जांच के लिए रेंज स्तर पर एसआईटी गठित करने पर सहमति बनी। मॉनिटरिंग आईजी ओम प्रकाश पासवान करेंगे। पीड़ित पक्ष काे 10 लाख रु. सरकारी सहायता व 15 लाख जन सहयाेग से दी जाएगी। थाने के पूर्व सीआई सहित अन्य पुलिसकर्मियाें की भूमिका की जांच प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी काे साैंपी गई है। आईजी ओम प्रकाश ने बताया कि बीकानेर एसपी को निर्देश दिया है कि दोनों पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच करके उन्हें बर्खास्त किया जाए।
विदाई पार्टी में मुख्य आरोपी ने सीआई को फूल दिया, पुलिस की गाड़ी में सेल्फी लेता था
भास्कर पड़ताल में अपराधियों व पुलिस का गठजोड़ सामने आया। खाजूवाला थाने के पूर्व सीआई अरविंद सिंह शेखावत का तबादला होने पर थाने में दी गई विदाई पार्टी में मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई भी था। उसने सीआई को गुलाब का फूल भेंट किया। पुलिसकर्मी मनोज व भागीरथ के साथ फूहड़ डांस किया। इसके अलावा भी पुलिस वालों के साथ दिनेश के कई फोटो मिले हैं। पुलिसकर्मी उसके साथ सेल्फी भी लेते थे। मुख्य आरोपी दिनेश पुलिस की गाड़ी में बैठकर फोटो तक खिंचवाता था। पुलिसकर्मियों के साथ मुख्य आरोपी के कई फोटो व वीडियो दैनिक भास्कर के पास हैं।
युवती को यही दोनों अस्पताल छोड़कर भागे
खुद का मकान, किराए के कमरे में गैंगरेप…बेड पर खून
युवती से गैंगरेप एक किराए के मकान में हुआ। एफएसएल टीम ने वहां से सबूत जुटाए हैं। बेड पर युवती का खून मिला है। यह मकान दिनेश के दोस्त जस्सा ने किराए पर लिया हुआ था। जबकि दोनों युवक खाजूवाला के हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस मकान में पुलिसवाले भी आते-जाते थे।
सरकार के माथे पर कलंक है पुलिस की संलिप्तता : भाजपा
- नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बोले- पुलिसकर्मियों की लिप्तता सरकार के माथे पर कलंक है। दोषियों को निलंबित कर सिर्फ खानापूर्ति हुई है।
- केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा- दुष्कर्म के प्रकरणों से प्रदेश की छवि को धक्का पहुंच रहा है लेकिन सरकार होश में नहीं आ रही।
जयपुर में पुलिस की आंखें बंद… आरोपी थाने आकर गया…पुलिस ‘ढूंढती’ रही
बस्सी पुलिस की गंभीर लापरवाही सामने आई है। वहां विष्णु तमोली ने मनीष टेलर के खिलाफ चेक बाउंस का परिवाद दिया था। कोर्ट ने 10 मई काे गिरफ्तारी वारंट जारी किया। यह 12 मई से 12 जून तक कांस्टेबल रामस्वरूप के पास पड़ा रहा। उसने लिख भेजा- मनीष घर पर नहीं मिला, काम से बाहर गया है। 23 मई को मनीष बस्सी थाने पहंुचा, 6 लोगों पर डकैती के प्रयास केस दर्ज कराया। थाने आने, मेडिकल जांच कराने के तथ्य कार्रवाई में भी आए हैं।
थानाधिकारी यशवंत सिंह बोले- कांस्टेबल ने गलत रिपोर्टिंग की है ताे कार्रवाई हाेगी।
झुंझुनूं : जिसने CCTV लगाए, पुलिस ने कैमरे उसी के घर की ओर मोड़ दिए
माकड़ो माकड़ो गांव में दो परिवारों के बीच का विवाद पुलिस ने अजीब ही ढंग से सुलझाया। वहां विकास पुत्र महिपाल ने घर में बुजुर्ग माता-पिता अकेले रहते हैं इसलिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। दूसरे पक्ष के प्रवीण पुत्र यादराम ने पुलिस को शिकायत दी कि कैमरे उसके घर की तरफ हैं, हटवाए जाएं। बुहाना पुलिस उपाधीक्षक मुकेश चौधरी मौके पर पहुंचे और कैमरे की दिशा छत की तरफ कर दी। विकास ने कहा- यह गलत है। {बुहाना डिप्टी मुकेश चौधरी बोले- मैं मौके पर गया था। कैमरे का एंगल पड़ोसी के घर की तरफ था। इसलिए मैंने मोड़कर विकास के घर की तरफ कर दिया।