सीकर : MBBS के फर्स्ट ईयर स्टूडेंट की मौत का मामला सामने आया है। स्टूडेंट का शव आज सुबह हॉस्टल के पीछे पड़ा मिला। फिलहाल पुलिस ने शव को एसके हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। पुलिस ने हादसे की सूचना स्टूडेंट के बांसवाड़ा रहने वाले परिवार को दी थी। देर शाम परिवार सीकर पहुंचा।
MBBS फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट हनिमेश खांट (20) सीकर के कल्याण मेडिकल कॉलेज का स्टूडेंट था। वह बांसवाड़ा का रहने वाला था। वह कॉलेज के बॉयज हॉस्टल में ही ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर 126 में रहता था। स्टूडेंट का शव मिलने की सूचना पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। फिलहाल पुलिस हॉस्टल में रहने वाले अन्य स्टूडेंट्स से पूछताछ में जुटी है। वहीं एफएसएल टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।
प्रोफेसर ने मॉर्निंग वॉक करते देखा शव
शव सबसे पहले कॉलेज के एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर जगदीश ने देखा था। वह सुबह करीब 6 बजे कैंपस में मॉर्निंग वॉक कर रहे थे। इस दौरान पीछे की तरफ शव देखा। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
आपको बता दें कि मंगलवार सुबह सीकर के एसके मेडिकल कॉलेज में करीब 6:30 बजे बांसवाड़ा निवासी हनिमेश खांट (20) का शव मिला था। जिसके हाथ और पैर में फ्रैक्चर थे। मंगलवार देर शाम परिजन सीकर पहुंचे और अपने बेटे की हत्या होने का आरोप लगाया। परिवार का कहना है कि जब तक उनके बेटे के हत्यारे नहीं पकड़े जाते या फिर मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है तब तक वह शव किसी भी हाल में नहीं लेंगे।
वहीं दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी मृतक के परिजनों को समर्थन दिया है। विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक नीतीश कुमार ने बताया कि सीकर के मेडिकल कॉलेज में इस तरह की घटना होना निंदनीय है। पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता तब तक विद्यार्थी परिषद उनके साथ खड़ा है। आज मेडिकल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन भी किया जाएगा।
भाई बोला -उसे मारा गया
हादसे की जानकारी पर परिवार बांसवाड़ा से देर शाम सीकर पहुंचा। स्टूडेंट के माता-पिता और भाई हॉस्टल भी पहुंचे। मृतक के भाई अभिषेक ने कहा कि मेरे भाई का मर्डर हुआ है। यदि वह छत से भी गिरता तो उसके सिर में चोट आती। जब परिवार वालों ने पुलिस के साथ शव मिलने वाली जगह और रूम को देखा तो उन्हें मौके से कोई भी नोट नहीं मिला। रोते हुए अभिषेक बार-बार कहता रहा कि मेरा भाई चला गया।
मां बोलीं- हत्यारों को पकड़ो,शव नहीं लेंगे
स्टूडेंट की मां शारदा ने कहा कि मेरे बेटे को मारा गया है। जब तक हत्यारे पकड़े नहीं जाते वह शव को नहीं लेंगे। शारदा ने कहा कि आज मेरा बेटा मरा है,कल किसी और का मरेगा। मां ने कॉलेज में पढ़ने वाले कई स्टूडेंट्स से पूछा भी कि उन्होंने कल चिल्लाने की कोई आवाज सुनी या नहीं लेकिन किसी स्टूडेंट को भी कुछ नहीं पता। पिता रमेश चंद ने कहा कि वह और उनकी पत्नी दोनों टीचर हैं। बेटा पढ़ाई में होशियार था। 12वीं क्लास में ही उसने 94% अंक हासिल किए थे।
घर से वापस आकर चुप-चुप रहने लगा था
गर्मियों की छुट्टी के बाद 12 जून को ही घर से लौटा था। वापस आने के बाद वह चुप-चुप रहने लगा था। सभी क्लास भी नहीं ले रहा था। उसके साथियों ने इस बारे में पूछा भी था, लेकिन वह जवाब नहीं देता था। परिवार का कहना है कि छुट्टियों के बाद जब वह सीकर आ रहा था तो काफी ज्यादा उत्साह में था। उन्हें नहीं पता था कि अब उनका बेटा कभी वापस नही लौटेगा।
आखिरी बार बरामदे में मोबाइल चलाते दिखा था
स्टूडेंट्स ने पूछताछ में बताया कि हॉस्टल के कमरों में मोबाइल नेटवर्क ठीक से काम नहीं करता है। ऐसे में सोमवार रात करीब 9 बजे हनिमेश हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर के बरामदे में मोबाइल चला रहा था। हॉस्टल में रहने वाले अन्य स्टूडेंट्स ने आखिरी बार उसे मोबाइल चलाते हुए देखा था। इसके बाद सुबह उसकी मौत का पता चला। वहीं मामले में परिजनों का कहना है कि उनकी हनिमेश से वीडियो कॉल पर भी बात होती थी। सोमवार को उनकी हनिमेश से वीडियो कॉल पर बात नही हुई थी। हालांकि मैसेज पर जरूर बात हुई।
कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद थे
परिवार ने सदर थाना अधिकारी अशोक चौधरी और शहर डिप्टी वीरेंद्र शर्मा को कैंपस में लगे सीसीटीवी दिखाने की बात कही। तब सामने आया कि सीसीटीवी कैमरे चालू नहीं थे। वहीं सूत्रों ने बताया कि करीब 15 दिन पहले कैंपस में सीनियर लड़कों ने किसी जूनियर छात्रा पर दबाव भी बनाया था। उस दौरान भी सीसीटीवी कैमरा को चालू करवाने की बात उठी लेकिन अभी तक सीसीटीवी कैमरे चालू नहीं करवाए गए। वहीं पुलिस रैगिंग के एंगल से भी मामले में इंक्वायरी कर रही है।
मां और भाई बोले – कंडोम पहनाकर शराब पिलाई
सीकर में मंगलवार सुबह एस के मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस फर्स्ट ईयर स्टूडेंट के साथ हनिमेश की मौत के मामले में परिवार ने कॉलेज में रैगिंग के आरोप लगाए हैं। छात्र ने परिवार को बताया था कि होली के पहले उसके साथ कॉलेज में रैगिंग हुई। उसे नंगा कर के कंडोम पहना कर शराब भी पिलाई गई। मां का कहना है कि यदि इतना सब कुछ हुआ तो फिर कॉलेज प्रशासन ने हमें इसकी सूचना क्यों नहीं दी।
वहीं हनिमेश के भाई अभिषेक ने कहा कि कॉलेज में खुलेआम रैगिंग चल रही है। सभी पुलिस और प्रशासन के लोग इस बात पर टिके हैं कि पोस्टमार्टम से पता चलेगा की मौत हुई कैसे है लेकिन हत्यारों का तो पता करें जब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तब तक हम शव लेने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है।
रैगिंग के एंगल से भी इंक्वायरी : एसपी
सीकर एसपी करण शर्मा ने बताया कि सुबह मेडिकल कॉलेज में डेड बॉडी मिलने की सूचना पर सदर थाना अधिकारी अशोक चौधरी मौके पर पहुंचे। शव को एसके हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। कैंपस में गार्ड लगे हुए हैं। बाहर का कोई भी व्यक्ति अंदर नहीं जा सकता है। कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाएगी। स्टाफ और स्टूडेंट्स से भी पूछताछ के आधार पर जांच की जा रही है। एसपी ने कहा कि रैगिंग के एंगल से इंक्वायरी कर रहे हैं।