नई दिल्ली : पहलवानों के आंदोलन पर साक्षी मलिक के सोशल मीडिया पर आए वीडियो को लेकर उनकी मां सुदेश मलिक ने प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि आंदोलन की शुरुआत में सभी पहलवान एकजुट थे। इसमें कोई सियासत नहीं थी।
साक्षी के वायरल हुए वीडियो में दो भाजपा नेताओं की ओर से आंदोलन की अनुमति लेने का दावा किया है। इस बारे में साक्षी मलिक ने भी अपने वायरल वीडियो में एक पत्र दिखाया है। इसमें भाजपा नेता तीर्थ राणा और बबीता फोगाट का नाम बताया गया है।
इस बारे में पूछने पर साक्षी की मां सुदेश मलिक ने कहा कि आंदोलन शुरू से मिल कर चलाया जा रहा है। इसकी अनुमति तीर्थ राणा और बबीता फोगाट ने ली थी। उस समय सभी एकजुट थे। सोशल मीडिया पर वायरल साक्षी के बयान में यही कहा गया है। कुछ लोग इसे घुमा-फिराकर व तरोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं।
वीडियो में साफ कहा है कि कुश्ती से जुड़े लोगों को पता है कि पिछले 10 -12 वर्षों में महिलाओं से छेड़छाड़ और उत्पीड़न हुआ है। यदि किसी ने अकेले आवाज उठाने की सोच बनाई भी तो बात फेडरेशन तक पहुंच जाती थी। इससे उस व्यक्ति के कॅरिअर में मुश्किलें शुरू हो जाती थीं। हमारी लड़ाई किसी सरकार से नहीं है। आंदोलन जारी है। यह न्याय नहीं मिलने तक जारी रहेगा। इसे कमजोर करने के लिए फेक न्यूज चलवाई जा रही है। इन पर ध्यान न दें।
मैं नहीं गया, पहलवान मेरे पास आए थे : तीर्थ राणा
पहलवान साक्षी मलिक के सोशल मीडिया पर जारी वीडियो के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष तीर्थ राणा ने कहा कि वह पहलवानों के पास नहीं गए थे, पहलवान उनके पास आए थे। वह देश के पहलवानों के साथ थे, इसलिए मदद की थी। मैं रविवार को पत्रकार वार्ता कर अपना पक्ष रखूंगा।
विनेश की पोस्ट में दिखा आक्रोश
महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है। वह भी खूब चर्चा का विषय बनी हुई है। विनेश ने कवि पुष्पमित्र की कविता को पोस्ट किया, जिसमें लिखा है कि सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे। छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो, खुद ही अपना चीर बचा लो, द्यूत बिछाए बैठे शकुनि, मस्तक सब बिक जाएंगे। उनकी इस पोस्ट को बृजभूषण मामले में दाखिल की गई चार्जशीट से जोड़कर देखा जा रहा है।