झुंझुनूं-खेतड़ी : झुंझुनूं जिला पुलिस की ओर से खेतड़ी सर्किल के 7 वांछित अपराधियों पर इनाम घोषित किया है। पुलिस की ओर से घोषित इनाम के अपराधियों में से 6 मेहाड़ा में क्रेशर लूट की वारदात में वहीं एक अपराधी जानलेवा हमला करने के मामले में फरार चल रहा है। पुलिस की ओर से जल्द ही उनकी संपत्ति को लेकर भी कार्रवाई की तैयारियां की जा रही है।
इन पर इनाम घोषित
डीएसपी हजारीलाल खटाना ने बताया कि खेतड़ी सर्किल में विभिन्न मामलों में फरार चल रहे वांछित अपराधियों की धरपकड़ को लेकर एसपी श्याम सिंह के निर्देश पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की ओर से उन्हें गिरफ्तार करने को लेकर उनके संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी जा रही है। मेहाड़ा थाना क्षेत्र के मोडी में क्रेशर पर तोड़फोड़ कर जानलेवा हमला करने के मामले में वांछित चल रहे बेरूंडला थाना निजामपुर निवासी संदीप उर्फ सांडा पर 25 हजार रुपए, गहली निवासी प्रीतम उर्फ टाइगर, मुकुंदपुरा निवासी सुभाष उर्फ भांभू, योगेश, मुकुंदपुरा निवासी इंद्रजीत, गौरीर निवासी कृष्णा उर्फ संटिया पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इसके अलावा जानलेवा हमला और अन्य मामलों में फरार ढाणी बड़ा बंध तन पपुरना निवासी संजय उर्फ बच्चियां पुत्र गजेंद्र गुर्जर पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
वांछित अपराधी संजय उर्फ बचिया के खिलाफ खेतड़ी और खेतड़ीनगर थाने में मारपीट, जानलेवा हमला, आर्म्स एक्ट के करीब 16 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा लोहार्गल में हत्याकांड के मामले में वांछित योगेंद्र सिंह पर भी पुलिस की ओर से 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। आरोपी संजय उर्फ बचिया ने 16 मार्च को बंधा की ढाणी निवासी सोनू उर्फ धनपत पर जानलेवा हमला किया था। आरोपी को पिछले साल जिला स्पेशल टीम ने हथियारों के साथ बीलवा की घाटी से गिरफ्तार किया था। इसके बाद जेल से बाहर आते ही आरोपी फिर से अपराधी वारदात एक करने लगा और फरार चल रहा है।
आरोपियों की संपत्ति चिह्नित करने के दिए निर्देश
डीएसपी खटाना ने बताया कि मोड़ी में क्रैशर पर जानलेवा हमला और तोड़फोड़ करने के मामले के लिप्त आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं। जिनको लेकर शनिवार को मेहाड़ा थाने में हरियाणा पुलिस के अधिकारियों के साथ इंटर स्टेट मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान बैठक में अपराधियों के बारे में जानकारी एवं उनको गिरफ्तार करने को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर विभिन्न मामलों में फरार आरोपियों की संपत्ति को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि इस दौरान कोई सरकारी भूमि में अतिक्रमण पाया गया तो पुलिस की ओर से प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।