सीकर : सोलर स्मार्ट कंपनी बनाकर शेखावाटी के सेंकड़ों लोगों से करोड़ो रुपए ऐंठने वाले मुख्य आरोपी श्रवण विश्नोई को सीकर पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कॉन्स्टेबल पिछले 2 महीने से फरार था और उसका फोन भी स्विच ऑफ था जिसके कारण आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। फोन के ऑन होते ही पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया।
सीकर के चक त्रिलोकपुरा निवासी नरेंद्र कुमार ने सदर थाने में रिपोर्ट देकर बताया था कि वह खेती और पशुपालन का काम करते हैं। जिनकी मुलाकात दिसंबर 2022 में सीकर पुलिस वायरलेस विभाग में तैनात कॉन्स्टेबल श्रवण कुमार विश्नोई से हुई। श्रवण ने उन्हें सोलर स्मार्ट कंपनी में इन्वेस्टमेंट की बात बताई और कहा कि उन्हें 1 लाख रुपए पर हर दिन 425 रुपए मिलेंगे। ऐसे में झांसे में आकर नरेंद्र कुमार ने अपने और रिश्तेदारों के करीब 13 लाख रुपए इन्वेस्ट कर दिए लेकिन अब श्रवण कुमार विश्नोई का कोई अता पता नहीं है। जिसके बाद सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गुजरात में रुका हुआ था, घर जाने के लिए बस में बैठा था
आरोपी कांस्टेबल गुजरात में अपने किसी रिश्तेदार के घर रुका हुआ थाl वह गांव जाने के लिए निकल रहा था l इधर पुलिस की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया हुआ l पुलिस को टेक्निकल सिस्टम से पता चला कि आरोपी अहमदाबाद सूरत हाईवे पर एक निजी बस में बैठा हुआ है जिसके बाद पुलिस ने बस को रुकवाकर आरोपी को दस्तयाब कर लिया और थाने ले आई l
नेक्सा एवरग्रीन की तर्ज पर बनाई सोलर स्मार्ट कंपनी
एसपी करण शर्मा ने बताया कि आरोपी श्रवण विश्नोई ने पूछताछ में बताया कि उसने और राकेश चौधरी ने शेखावटी में जोरों से चल रही नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के कार्यालय पिपराली रोड सीकर पर जाकर कंपनी चलाने के बारे में पूछा। उसे कंपनी संचालकों ने बताया कि उन्होंने एक सॉफ्टवेयर बना रखा है उस पर वह एक साथ राशि जमा करवाकर उस राशि को कुछ अंश में प्रत्येक मंगलवार को देते हैं l जिसके बाद नेक्सा कंपनी से जानकारी प्राप्त कर हमने भी एक सोलर स्मार्ट कंपनी के नाम से कंपनी बनाई जिसका कार्यालय धोद चौराहे पर बनाया गया l
और यूं डूब गए सैंकड़ो लोगों के करोड़ो रुपए
सोलर स्मार्ट कंपनी बनाने के बाद हमारी कंपनी के साथ भी सैकड़ों लोग जुड़ने लगे और हमें इनकम होने लगीl नेक्सा एवरग्रीन की तर्ज पर हम भी लोगों को हमारी कंपनी का प्लान समझाकर एक मुश्त राशि जमा करवाकर कुछ अंश प्रत्येक सप्ताह देने लगे l कुछ समय बाद नेक्सा एवरग्रीन कंपनी बंद हो गई जिसके साथ ही हमने भी अपनी सोलर स्मार्ट कंपनी बंद कर दी l कंपनी बंद होने से लोगों के निवेश किए हुए करोड़ों रुपए भी डूब गए।
जांच में सामने आया कि आरोपी श्रवण और उसके साथियों ने सीकर में सोलर स्मार्ट नाम से एक ऑफिस खोला। इसके बाद इन आरोपियों ने कई पंपलेट भी तैयार करवाए। लेकिन आरोपियों के लिए यह काम इतना आसान नहीं था कि लोग उनके झांसे में आए। ऐसे में श्रवण ने पहले तो सीकर के ग्रामीण इलाकों में अपना लोकल नेटवर्क मजबूत किया। और फिर एक के बाद एक लोग उसके झांसे में आ गए। हालांकि अब तक कुछ पीड़ित लोगों ने ही करीब 1.13 करोड़ रुपए की ठगी का मामला दर्ज करवाया है। लेकिन इस की ठगी के शिकार सीकर जिले में सैकड़ों लोग हैं।
श्रवण इन्वेस्टमेंट करने वाले लोगों को बताता कि एक लाख रुपए पर हर रोज 450 रुपए मिलेंगे। ऐसे में 425 दिन में करीब 1,91,250 रुपए भी मिलेंगे। इसके अलावा ज्यादा बिजनेस पर गोवा, बैंगकॉक, थाईलैंड जैसे ट्रिप का लालच भी देता। लोग इसके झांसे में इसलिए आए क्योंकि एक तो यह खुद को पुलिसकर्मी बताता और कहता कि वह सीकर में ही नौकरी कर रहा है। इसके अलावा 10 हजार रुपए जैसा छोटा अमाउंट भी इन्वेस्ट करवा लेता। ऐसे में लोग इसकी ठगी का शिकार होते गए।
आरोपी ने राजस्थान ही नहीं बल्कि गुजरात में प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट का झांसा दिया
श्रवण ने धोद चौराहे के पास अपना ऑफिस खोला हुआ था। यहां 2 महिलाओं का स्टाफ था। इसके अलावा और भी कई लोग ऑफिस में बैठे रहते थे। इसके अलावा ऑफिस के बाहर नहीं महंगी गाड़ियां भी खड़ी रहती थी। आरोपी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करने वाले लोगों को रुपए बैंक अकाउंट,फोन पे पर अपने नंबर,योगेंद्र हाजरा और सोलर स्मार्ट के नाम के अकाउंट में ट्रांसफर करवाता। इसके अलावा उन लोगों ने एक वेबसाइट भी बनाई हुई थी। जिस पर लॉगिन करने के लिए इन्वेस्टर्स को एक आईडी भी दी जाती। हालांकि वह वेबसाइट अभी तक चल रही है।
आरोपी श्रवण ने सबसे पहले लोगों को सीकर के खाटूश्यामजी में प्लॉटिंग का झांसा दिया। इसके बाद जोधपुर के फलौदी में 500 बीघा जैसे बड़ी एरिया में ग्रीन सिटी का लालच दिया। जहां तमाम वह सुविधाएं करना बताया जो 5 स्टार कॉलोनी में होती है। इतना ही नहीं इसके अलावा आरोपी श्रवण ने अपनी कंपनी के पंपलेट से यह दावा किया कि उसकी राजस्थान के 6 जिलों में कॉलोनियों का काम चल रहा है। इसके अलावा जल्द ही वह गुजरात के धोलेरा सिटी में भी कॉलोनी के लिए प्लॉटिंग करने वाला है। कुछ इन्वेस्टर्स को आरोपी श्रवण ने फलौदी में उस जमीन की विजिट भी करवाई। इसके अलावा कंपनी के एक पंपलेट पर यह दावा भी किया कि यह अडानी ग्रुप का प्रोजेक्ट है। हालांकि बताया जा रहा है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद कई इन्वेस्टर्स की रजिस्ट्री भी करवाई गई है। हालांकि जमीन श्रवण के नाम ना होकर उसके दो भाई श्याम और अग्रसेन के नाम पर है। जो भी सीकर के सदर थाने में दर्ज एफआईआर में नामजद है।
आरोपी को निलंबित करने के लिए विभाग को फाइल भेजी
सीकर पुलिस अधीक्षक करण शर्मा ने बताया कि वायरलेस विभाग में तैनात कॉन्स्टेबल श्रवण 3 अप्रैल से छुट्टी पर चल रहा है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से उसका फोन भी स्विच ऑफ था। कॉन्स्टेबल को निलंबित करने के लिए विभाग को इसकी जानकारी भेजी गई है। फिलहाल पुलिस टीम आरोपी से पूछताछ करने में जुटी हुई है।