झुंझुनूं-खेतड़ी(खरखड़ा) : खरखड़ा में एलएनटी कंपनी के ठेका कर्मचारी की वॉल्व खोलते समय हुई मौत के बाद परिजन मुआवजा व नौकरी की मांग को लेकर 2 दिन से शव का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे तथा शंकर सिंह सेफरागुवार के नेतृत्व में धरने पर बैठे हुए थे। शुक्रवार को परिजन ठेका कंपनी व प्रशासन के बीच सहमति बनने के बाद अंतिम संस्कार करने पर सहमत हो गए तथा मृतक मोहनलाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया। विदित है कि ठेका कंपनी का कर्मचारी मोहनलाल 3 जून को वाल्व बदलते समय हादसे का शिकार हो गया था। घायल अवस्था में जयपुर के नीम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था गुरुवार को मौत होने के बाद नीम्स अस्पताल से शव पैतृक गांव खरखड़ा लेकर आए तो परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था।
जिस पर तहसीलदार विवेक कटारिया, थानाधिकारी अजय सिंह मौके पर रहकर परिजनों व ग्रामीणों से समझाइश करते हुए बातचीत की। लेकिन हल नहीं निकल पाया। देर रात तक भी बातचीत चली लेकिन सहमति नहीं बन पाई। शुक्रवार सुबह फिर आपस में बातचीत हुई कंपनी के अधिकारियों से भी बातचीत का हवाला दिया गया। कंपनी के स्थानीय अधिकारियों ने भी अपनी मजबूरियां बताई तब परिजनों ने सहमत होते हुए अंतिम संस्कार करने पर राजी हुए तथा अंतिम संस्कार किया। सुबह से ही परिजन व ग्रामीण टेंट लगाकर धरने पर बैठे रहे। परिजनों ने शव को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बबाई में हो रही आमसभा में लेकर जाने की चेतावनी दी। इसको देखते हुए पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी मौके पर लगाया गया, लेकिन सभा से पहले ही प्रशासनिक अधिकारियों व परिजनों में सहमति बन गई।
धरने में कीर समाज के प्रदेश संयोजक शिव भगवान कश्यप, प्रदेश महासचिव सीताराम चौथमल, डॉ राकेश कश्यप, धूडा राम, गोपाल सिंह, सुरेश कश्यप, गंगाराम कीर, पूर्व विधायक पूरणमल सैनी, गुलजारी, गोपाल घुमरिया, शिवकुमार, सुरेंद्र फौजी, सुशील, मनीष घुमरिया, शीशराम, रमेश केड, गोवर्धन, किशन लाल, गिरधारी, शीशराम सैनी सहित अनेक लोग धरने में मौजूद रहे।
इन बातों पर बनी सहमति
2 दिन से शव का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे परिजनों व ग्रामीणों के साथ तहसीलदार विवेक कटारिया ने बातचीत की। एलएनटी कंपनी के अधिकारियों के साथ बातचीत कर मौके पर ही सहमति पत्र भी दिया गया। जिसमें मृतक मोहनलाल के दोनों बेटे को एलएनटी कंपनी में संविदा पर नौकरी प्रदान की जाएगी। मृतक मोहनलाल के इलाज का खर्चा एलएनटी कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा तथा ईएसआईसी पॉलिसी एवं पीएफ पॉलिसी के तहत 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता एवं पेंशन प्रदान की जाएगी ।
परिवार की महिलाओं की तबीयत हुई खराब
मृतक मोहनलाल के भाई गंगाराम ने बताया जब से मोहनलाल अस्पताल में भर्ती था तब से ही रिश्तेदार व महिलाएं आई हुई थी तथा 2 दिन से घर की महिलाएं कुछ भी नहीं खा रही थी। उनकी तबीयत खराब हो गई थी दो बेटियां तो बेहोशी की हालत में थी। इसलिए प्रशासन ने भी मजबूरी को नहीं समझा तब हमने अंतिम संस्कार करने पर सहमत हुए हैं।