हरियाणा-चरखी दादरी : अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश और संगीता फौगाट के पैतृक गांव बलाली में बुधवार को सर्वखाप सर्वजातीय महापंचायत आयोजित की गई। इसमें छह सूत्रीय मांगों पर मुहर लगी। इनमें सबसे अहम मांग यौन उत्पीड़न मामले बृजभूषण व प्रदेश के मंत्री संदीप सिंह की गिरफ्तारी और सभी खेल फेडरेशन से राजनेताओं को बाहर करने की रही। वहीं, महापंचायत में पहलवानों से जल्द ही आगामी रणनीति तैयार करने का आह्वान किया गया। हालांकि महापंचायत में कोई भी पहलवान नहीं पहुंचा जबकि विनेश व संगीता के परिजन मौजूद रहे।
सुबह करीब दस बजे सांगवान खाप-40 प्रधान एवं दादरी विधायक सोमबीर सांगवान की अध्यक्षता में महापंचायत शुरू हुई। महापंचायत करीब पांच घंटे तक चली और ठीक तीन बजे सोमबीर सांगवान ने महापंचायत में लिए गए फैसले सबसे सामने रखे। इससे पहले फौगाट खाप-19 प्रधान बलवंत फौगाट ने कहा कि पहलवानों के साथ काफी गलत हुआ है और इसमें खापों व संगठनों की कमियां भी रही हैं। अब भी अगर इन कमियों को दूर नहीं किया गया तो वो फिर खापों का पतन निश्चित है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब खापों को कठोर निर्णय लेना होगा।
श्योराण खाप-25 प्रधान बिजेंद्र बेरला ने कहा कि अब अगर पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए जान की बाजी लगानी पड़ी तो भी खापें पीछे नहीं हटेंगी। बशर्ते, अब खिलाड़ी आगामी रणनीति तय करे और इसकी जानकारी खापों को भी देंगे। वहीं, सांगवान प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि दावे से कह सकता हूं कि बृजभूषण 100 फीसदी दोषी है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को किसी फेडरेशन या राजनीति में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि दादरी की खापें और संगठन मांग करते हैं कि महिला कोच के उत्पीड़न मामले में खेल मंत्री संदीप सिंह की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
21 सदस्यीय कमेटी की गठित
महापंचायत में फौगाट खाप, सांगवान खाप, सतगामा खाप, श्योराण खाप, हवेली खाप, चिड़िया खाप और पंवार खाप समेत विभिन्न जनसंगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान 21 सदस्यीय कमेटी गठित की और इस कमेटी ने ही छह सूत्रीय मांगपत्र तैयार किया।
महापंचायत में लिए गए ये फैसले
- पहलवान यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण की गिरफ्तारी होनी चाहिए।
- फेडरेशन में पदाधिकारी खिलाड़ी ही बनाएं जाए और राजनेताओं को बाहर किया जाए।
- महिला खिलाड़ी उत्पीड़न के मामले में एक कमेटी बने जिसमें सभी पदाधिकारी व सदस्य महिलाएं ही हो।
- खिलाड़ी अगर कोई कड़ा फैसला लेते हैं तो उनका हर हाल में साथ दिया जाए।
- पहलवानों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए गांवों में संपर्क अभियान चलाया जाए।
- महिला कोच उत्पीड़न मामले में प्रदेश के मंत्री संदीप सिंह की गिरफ्तार हो।