झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी को जिला बनाने की मांग को लेकर सोमवार को अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने एसडीएम को ज्ञापन दिया है। इस दौरान उन्होंने रामलुभाया कमेटी से सिफारिश कर जल्द ही जनता की उम्मीदों को पूरा करने की मांग की है। एसडीएम को दिए ज्ञापन में बताया कि खेतड़ी सदियों से राजघराने की विरासत रही है।
खेतड़ी को जिला नहीं बनाए जाने से क्षेत्र के लोगों के लिए व्यापार में भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं आवश्यक संसाधनों का अभाव होने से खेतड़ी लगातार विकास की गति में पिछड़ रहा है। खेतड़ी वर्तमान समय में जिला बनने की सभी शर्तें पूरी करने के बावजूद भी सरकार की ओर से अनदेखी की जा रही है। जब सरकार की ओर से नगर पालिका व उप तहसील जैसे क्षेत्रों को जिला बना दिया ऐसे में खेतड़ी को जिला नहीं बनाए जाने से खेतड़ी की जनता को गहरा आघात लगा हुआ है।
ऐतिहासिक व भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो खेतड़ी पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है। खेतड़ी के राजा अजीत सिंह ने स्वामी विवेकानंद को शिकागो के धर्म सम्मेलन में भेज कर सनातन धर्म के प्रचार को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया था, जिसकी वजह से खेतड़ी की पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनी हुई है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि यदि किसी कारणवश खेतड़ी को जिला नहीं बनाया जाता है तो खेतड़ी विधानसभा क्षेत्र को राज्य सरकार की ओर से नवगठित जिला नीमकाथाना में शामिल किया जाए, ताकि आगामी भविष्य में खेतड़ी के विकास को नई उम्मीद लग सके।
इस दौरान उन्होंने राम लुभाया कमेटी से सिफारिश कर खेतड़ी के विकास को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि यदि जिला बनाने को लेकर सरकार ने जल्द ही कोई प्रभावी निर्णय नहीं लिया गया तो खेतड़ी क्षेत्र के ग्रामीणों की ओर से बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर महासभा जिलाध्यक्ष शीशराम गुर्जर, शंकर बीलवा, रमेश कुमार, सुनील, मदनलाल, जगदीश, ओमप्रकाश, चुनीलाल चनेजा, दयाराम, महीपाल दौराता, सुरेश राजोता, अमरसिंह, रामनिवास, महावीर सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे।