नई दिल्ली : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल अब भारत में फर्जी न्यूज तैयार करने में होने लगा है। इसका ताजा प्रमाण रविवार को जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों की फोटो के साथ मिला है। AI को लेकर पहले भी कई एक्सपर्ट चेतवानी दे चुके हैं। एआई के गॉडफादर कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन ने भी कहा है कि उन्हें पछतावा है कि उन्होंने AI पर लंबे समय तक रिसर्च और काम किया। आपको जानकार हैरानी होगी कि पहलवानों की रोती हुई तस्वीरों को AI टूल की मदद से सेकेंडों में मुस्कराती हुई तस्वीरों में बदल दिया गया है। आइए आपको दिखाते हैं कि आखिर यह किस तरह संभव हुआ।
रविवार को जंतर मंतर पर पहलवानों के विरोध को बलपूर्वक समाप्त करने के लिए दिल्ली पुलिस ने रविवार को विनेश फोगट, साक्षी मलिक, संगीता फोगट और बजरंग पुनिया को हिरासत में लिया। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद विनेश फोगट और संगीता फोगट की एक पुलिस वाहन की तस्वीर वायरल हुई जिसमें दोनों को मुस्कुराते हुए दिखाया गया। दावा किया गया कि देखिए ये पहलवान किस कदर झूठा धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस वाहन में भी मुस्कुरा रहे हैं। आपको हैरानी होगी कि विनेश फोगट और संगीता फोगट ये मुस्कुराती हुई तस्वीरें एआई टूल की मदद से बनाई गई है जिसमें तैयार करने में महज कुछ सेकेंड का समय लगा।
विनेश फोगट और संगीता फोगट की मुस्कुराती तस्वीरों के सामने आने के बाद लोगों ने सच मान लिया और पहलवानों को ट्रोल करने लगे। इस फोटो को लेकर उजैर रिजवी नाम के यूजर ने वीडियो के जरिए बताया कि देखिए इस तरह की फर्जी तस्वीरों कैसे सेकेंडों में बनाई जा सकती है। रिजवी ने फोटो बनाने का एक ट्यूटोरियल वीडियो शेयर किया, जिसे आप यहां देख सकते हैं। अमर उजाला इस वीडियो और फोटो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ही DragGAN नाम का एक एआई टूल लॉन्च हुआ है जिसकी मदद से किसी भी फोटो को सेकेंडों में सिर्फ ड्रैग करके उसकी वास्तविक स्थिति को बदला जा सकता है। Google, मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेटिक्स और MIT CSAIL के शोधकर्ताओं ने DragGAN को तैयार किया है।
DragGAN पर आप सिर्फ ड्रैग करके (खींचकर) किसी भी फोटो की पूरी संरचना बदल सकते हैं। यदि किसी फोटो में किसी का मुंह बंद है तो यह एआई टूल मुंह को खोल सकता है और यदि कोई रो रहा है तो यह टूल उसे हंसा सकता है। तो कुल मिलाकर यही है कि एआई के इस युग में आप इंटरनेट पर वायरल होने वाले किसी भी कंटेंट पर आंख बंद करके भरोसा नहीं कर सकते।