झुंझुनूं : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने गुरुवार को 12वीं कला का परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें जिले का रिजल्ट 95.06 प्रतिशत रहा है, जो 2022 की तुलना में 1.31 फीसदी गिरा है। इसके बावजूद जिला प्रदेश में छठे स्थान पर रहा। बीते साल 19वें स्थान पर रहा था।
हालांकि छात्राओं का परिणाम छात्रों से 4.22% ज्यादा रहा है। लड़कियों का परीक्षा परिणाम 97.29% और लड़कों का 93.07% रहा। 12वीं कला संकाय में इस बार 18552 छात्र-छात्राएं रजिस्टर्ड थे। जिनमें से 18052 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से 10172 को प्रथम श्रेणी, 6119 को द्वितीय और 862 को तृतीय श्रेणी हासिल हुई है। 9506 छात्रों में से 8847 पास हुए हैं। 8546 छात्राओं में से 8314 लड़कियां पास हुई हैं।
बेटियों की कलां : 70 फीसदी ने हासिल की फर्स्ट डिवीजन
12वीं आर्ट्स के परिणाम में छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है। जिले के पास हुए 17161 विद्यार्थियों में से 10172 को फ़र्स्ट डिवीजन मिली है और इनमें 5968 छात्राएं हैं। जबकि 4204 छात्रों को पहली श्रेणी मिली है। जिले की पास हुई 8314 छात्राओं में से 5968 यानि 69.83% ने प्रथम श्रेणी हासिल की है तो 2066 को सेकंड और 280 को थर्ड डिवीजन मिली। इसी तरह 8847 पास हुए छात्रों में से 4204 को प्रथम, 4053 को द्वितीय, 582 को तृतीय श्रेणी मिली है। वहीं आठ छात्र केवल पास हुए हैं।
1.31% गिरावट के साथ प्रदेश में छठवें पायदान पर आए
जिले में कला संकाय का परिणाम 2022 की तुलना में 1.31% कम रहा है। इस साल के 95.06% परिणाम रहा है। जबकि 2022 में रिजल्ट 96.37% रहा था। जिला प्रदेश में छठवें स्थान पर रहा है। राज्य में जोधपुर जिला 96.21 प्रतिशत के साथ पहले नंबर पर रहा। वहीं 96.07% के साथ नागौर दूसरे, 95.38% के साथ सीकर तीसरे, 95.19% के साथ जैसलमेर चौथे स्थान पर रहा।
एक्सपर्ट राय : बोर्ड परीक्षा का अनुभव नहीं होने से घटा रिजल्ट
जिले के 12वीं कला संकाय के परिणाम में गिरावट को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल 12वीं की परीक्षा में शामिल होने वाली विद्यार्थी कोरोना के कारण दसवीं कक्षा में प्रमोट हुए थे। इसके बाद 11वीं में होम एग्जाम में शामिल हुए थे। बोर्ड परीक्षा का अनुभव कम होने और पढ़ाई बाधित होने का असर परिणाम पर दिखाई दे रहा है। दूसरा कारण इस साल तीन विषयों हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस व ज्योग्राफी के पेपरों हार्ड मार्किंग होना रहा है।
एक्सपर्ट पैनल: कमलेश तेतरवाल, एपीसी समग्र शिक्षा व अभिनव राठी, लेक्चरर इतिहास
सरस्वती स्कूल, बलवंतपुरा : भोजासर की बेटी पलक ने हासिल किए 98.20% अंक, सपना आईएएस बनना, मोबाइल से रही दूर
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं आर्ट्स में भोजासर की बेटी पलक ने 98.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश में टॉप स्थान प्राप्त किया है। भोजासर गांव की रहने वाले राजेंद्र कुमार की बेटी पलक कुमारी ने हिन्दी में 98, अंग्रेजी में 100, अर्थशास्त्र में 100, भूगोल में 100 व अंग्रेजी साहित्य में 93 अंक प्राप्त किए हैं। बलवंतपुरा के सरस्वती स्कूल की छात्रा पलक के पिता राजेंद्र कुमार लुधियाना में पेट्रोल पंप पर काम करते हैं। मां संतोष देवी गृहिणी है।
घर में पढ़ाई का माहौल नहीं होने के कारण माता-पिता ने पलक को उसके फूफाजी महावीर झाझ़ड़िया के पास पढ़ने के लिए बलरिया भेज दिया। कोविड के कारण पलक 10वीं की परीक्षा नहीं दे पाई थी। तब वह मायूस हुई, लेकिन इसकी कसर इस बार पूरी कर दी। वह आईएएस बनना चाहती है। पलक ने बताया कि वह 11वीं तक स्मार्ट फोन चलाती थी, लेकिन इसके बाद उसने मोबाइल से दूरी बना ली। वह नियमित रूप से पांच से छह घंटे पढ़ती थी। उसे विश्वास था की वह 99 प्रतिशत अंक प्राप्त करेगी। पलक की सफलता पर घर में स्कूल में भी जश्न मनाया गया। मिठाई खिलाई। पलक ने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल प्रबंधन व शिक्षकों को दिया है। पलक का कहना है कि जीवन में सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। वह हमेशा कठिन परिश्रम करने पर ही प्राप्त होती है।
लोहिया स्कूल चिड़ावा : ज्योति ने 5 घंटे नियमित पढ़ाई कर पाए 97.40% अंक
चिड़ावा : शहर के लोहिया सीसे स्कूल की छात्रा ज्योति वर्मा ने 12वीं कला में परीक्षा में 97.40 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। वह आईएएस बनकर देशसेवा करना चाहती है। उसने कहा कि मन मुताबिक सफलता के लिए प्रयासों की ईमानदारी और जिद जरूरी है। उसके पिता चंद्रप्रकाश वर्मा मंड्रेला रोड बस स्टैंड के पास किराने की छोटी सी दुकान चलाते हैं और मां कमला देवी गृहिणी है। ज्योति स्कूल समय के अलावा घर पर नियमित रूप से छह घण्टे पढ़ाई करती रही है। उसने टीवी-मोबाइल से ज्यादा नजदीकी नही रखी। हालांकि पढ़ाई की बोरियत दूर करने के लिए गृहकार्य में अपनी मां का हाथ बंटाती रही।
भगेरा की स्वाति जांगिड़ ने 97.20% अंक पाए, बोलीं-मोबाइल से दूरी रखी
भगेरा निवासी रोहिताश जांगिड़ की पुत्री स्वाति ने 12वीं बोर्ड कला में 97.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। पिता रोहिताश कारपेंटर का काम करते हैं। बलवंतपुरा के सरस्वती स्कूल की छात्रा स्वाति ने बताया कि वह नियमित रूप से छह घंटे पढ़ाई करती है और मोबाइल से दूर रहती है। स्वाति आईएएस बनना चाहती है। स्वाति ने हिन्दी विषय में 98 अंक, अंग्रेजी में 97 अंक, राजनीति विज्ञान में 99 अंक, इतिहास में 97 अंक व भूगोल में 95 अंक प्राप्त किए। स्वाति ने सफलता का श्रेय परिजनों व स्कूल को दिया। स्वाति ने कहा कि सकारात्मक रहकर कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।