जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : महाराणा प्रताप की 489 जयंती पर अग्रसेन स्थित राजेंद्र भाम्बू के आवास पर मनाए गए जयंती उत्सव के मंच पर बतौर अतिथि सुरेंद्र सिंह छावसरी, सत्यम शिवम सुंदरम की अध्यक्ष अनिता कंवर, महेश जीनगर, राजकुमार मोरवाल, कर्नल हेमसिंह शेखावत, योगाचार्य मनोज सैनी, कबीरपंथी चुनाराम लोहार एवं आयोजक राजेंद्र भाम्बू उपस्थित थे।
सर्वप्रथम अतिथियों ने महाराणा प्रताप के चित्र के समक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सत्यम शिवम सुंदरम ग्रुप की 125 महिलाओं का स्वरोजगार को बढ़ावा देने और गांवों में उद्यम प्रोत्साहन हेतु राजेंद्र भाम्बू ने शॉल , प्रतीक चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया। राजकुमार मोरवाल ने कार्यक्रम परिचय देते हुए स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजेंद्र भाम्बू ने बताया कि महाराणा प्रताप शौर्य, स्वाभिमान और संकल्पों के पर्याय थे। उन्होंने राजस्थान की आन बान शान की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करते हुए जीवन की तमाम चुनौतियों को चुनौती दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुरेंद्र छावसरी ने राणा प्रताप को भावी पीढ़ी का आदर्श बताते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से नित्यप्रति सीखने की बात कही।
कार्यक्रम को महेश जीनगर , मनोज सैनी ने भी संबोधित किया । सत्यम शिवम सुंदरम की अनिता कंवर ने सभी का आभार प्रकट किया । उद्घोषक मूलचंद झाझड़िया ने महाराणा प्रताप के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कविताओं के माध्यम से प्रेरक संचालन किया।
इस अवसर पर रघुवीर सिंह डूडी, मुकेश कड़वासरा, सुरेंद्र सिंह भांबू, प्रमोद बुडानिया, दिनेश योगी, विपुल छक्कड़, राजवीर सिंह, अंकित महला, जाकिर चौहान सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग एवं सत्यम शिवम सुंदरम ग्रुप की महिलाएं उपस्थित थी।